उत्तर प्रदेश

काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले में आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में होगी सुनवाई

Renuka Sahu
16 May 2022 1:02 AM GMT
Hearing in Kashi Vishwanath Temple-Gyanvapi Masjid dispute case will be held in Allahabad High Court today
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फाइल फोटो 

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य रविवार को लगातार दूसरे दिन भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच किया गया.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य रविवार को लगातार दूसरे दिन भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच किया गया.वहीं, वाराणसी काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई सोमवार को की जाएगी. दोपहर 2 बजे से जस्टिस प्रकाश पाडिया की सिंगल बेंच में इसको लेकर सुनवाई की जाएगी. इसको लेकर सभी की निगाहें वाराणसी के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट पर भी टिक गई हैं.

वाराणसी की जिला अदालत में 31 साल पहले 1991 में दाखिल वाद की सुनवाई हो सकती है या नहीं यह हाईकोर्ट को तय करना है. मुस्लिम पक्ष का कहना है कि 1991 के सेंट्रल रिलिजियस वरशिप एक्ट के तहत अयोध्या को छोड़कर किसी अन्य धार्मिक स्थल को लेकर वाद दाखिल नहीं किया जा सकता है. इस एक्ट के तहत देश की आजादी के समय 15 अगस्त 1947 में धार्मिक स्थलों की जो स्थिति है वही स्थिति बरकरार रहेगी.
इसके साथ ही इस विवाद से जुड़े कुछ अन्य बिंदुओं पर भी हाईकोर्ट का फैसला आ सकता है. ज्ञानवापी मस्जिद इंतजामिया कमेटी और यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने एक विवाद से जुड़ी तीन-तीन याचिकाएं दाखिल की हैं. छह याचिकाओं पर हाईकोर्ट में एक साथ सुनवाई की जा रही है. इनमें से चार याचिकाओं पर सुनवाई पूरी होने के बाद हाईकोर्ट अपना जजमेंट रिजर्व कर चुका है.
जिला अदालत वाराणसी से पिछले साल 8 अप्रैल 2021 को दिए गए एएसआई से खुदाई कराकर सर्वेक्षण कराने के आदेश पर सुनवाई चल रही है. हाईकोर्ट ने कई महीनों तक चली सुनवाई के बाद 9 सितंबर 2021 को एसआई के सर्वेक्षण पर रोक लगा दी थी. इस मामले की सुनवाई जारी है. जस्टिस प्रकाश पाडिया की सिंगल बेंच में मामले की सुनवाई की जानी है.
शांतिपूर्ण ढंग से हुआ सर्वे
इधर वाराणसी में सर्वे को लेकर विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह ने कहा कि अदालत के आदेश पर सर्वेक्षण की कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई. सर्वे में किसी तरह की कोई बाधा नहीं आ रही. सर्वे की रिपोर्ट गोपनीय है और अभी इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता. इससे पहले सर्वे के लिए जाते समय सिंह ने कहा था कि मेरे साथ उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता राजेंद्र नाथ पांडेय भी सर्वे के दौरान मस्जिद परिसर में मौजूद रहेंगे. बाकी शनिवार वाली ही पूरी टीम रविवार को अंदर जा रही है. सिंह के मुताबिक, पूरी कोशिश होगी कि सर्वे समय पर पूरा कर लिया जाए और 17 मई को अदालत में रिपोर्ट पेश की जाए.
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