उत्तर प्रदेश

श्रद्धा व अकीदत के साथ मना हजरत अली का जन्मदिन

Shantanu Roy
6 Feb 2023 12:06 PM GMT
श्रद्धा व अकीदत के साथ मना हजरत अली का जन्मदिन
x
अंबेडकर नगर। हज़रत अली का जन्म दिन नगर व क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया। हज़रत अली के जन्म दिवस 13रजब के अवसर पर मौलूद हरम कमेटी के तत्वावधान में मोहल्ला जाफराबाद स्थित रौजा हजरत अब्बास परिसर से निकले जुलूस में हैदरी नारों की गूंज रही। दोपहर बाद निकले जुलूस में तिरंगा झण्डा लहराते हुए हजारों की संख्या में बूढ़े, नौजवान, बच्चे जोश व खरोश से या अली के नारे लगा रहे थे। इब्ने अली जाफरी के संयोजन में निकला जुलूस मोहल्ले का भ्रमण करता हुआ सराय चौक पहुंचा,जो डॉ सुरेश के आवास से होता हुआ थाना के सामने से यादव चौराहे पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। जुलूस के दौरान मास्टर शरीफ अहमद ने हज़रत इमाम अली के अक़वाल बयान करते हुए कहा कि आलिम जिंदा है चाहे वह दुनिया में न हो,जाहिल मुर्दा है चाहे वह दुनिया में मौजूद हो। आज उस इमाम का जन्म दिन है जो (खान-ए-काबा) खुदा के घर में पैदा हुआ। मौला अली की न्यायिक प्रणाली आज़ भी प्रासंगिक है। दुनिया के न्यायविदों,शासकों को अली की न्यायिक प्रणाली से सबक लेना चाहिए।
मौला अली ने आज से चौदह सौ साल पहले साढ़े चार साल की हुकूमत में गरीबों को रोटी, कपड़ा और मकान दिलाने के फार्मूले को अमली जामा पहना कर दुनिया के लिए सबक है।मौला अली की साढ़े चार साल की हुकूमत में कोई भूखा नहीं रहा, न कपड़े का मुहताज रहा और न ही आवास का। हज़रत अली ने दुनिया को सर्वधर्म समभाव का पाठ पढ़ाते हुए मानवता के मार्ग पर चलने का पैगाम दिया। जुलूस रौज-ए-हजरत क़ासिम परिसर में पहुंचा जहां सामिन हाजी, मोहम्मद बाकर, आज़ाद परिंदा,अमीन,अली असगर, साजिद जलालपुरी,कल्बे हसन, आदि शायरों ने अपनी शायरी के माध्यम से हज़रत अली के जीवन के विभिन्न पहलुओं को उकेरा। कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने में पूर्व पालिकाध्यक्ष हाजी कमर हयात अंसारी, अबुल बशर अंसारी, नदीम अंसारी, इनाम हुसैन जाफरी, अनीसुर रहमान, मोहम्मद अब्बास राजा,काजिम सैफ़ अब्बास राजू आदि उपस्थित रहे। पुलिस क्षेत्राधिकारी देवेंद्र कुमार मोर्या के निर्देशन में जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था कोतवाल संत कुमार सिंह,उपनिरीक्षक वेदप्रकाश यादव, रामपाल सरोज,निलेश दुर्गेश सिंह,अमरेश सरोज,हरिश्याम सरोज आदि नज़र रखे हुए थे।
Next Story