उत्तर प्रदेश

निगम में मिलने लगा लटका हुआ पेमेंट, बैंक खाते में पेमेंट भेजने की निगम ने शुरू की प्रक्रिया

Admin Delhi 1
7 March 2023 10:10 AM GMT
निगम में मिलने लगा लटका हुआ पेमेंट, बैंक खाते में पेमेंट भेजने की निगम ने शुरू की प्रक्रिया
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मेरठ: नगर निगम में जहां एक तरफ पेमेंट को लेकर ठेकेदार दीपेश अग्रवाल के सुसाइड के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों की कार्य प्रणाली में सुधार होता दिखाई नहीं दिया। यह कोई नगर निगम के अधिकारियों पर किसी के द्वारा मनगढंत आरोप नहीं लगाये जा रहे बल्कि यह वह सच्चाई है कि जो सभी को दिखाई दे रही है। जिसमें आकांशु गोयल अपने पिता योगेश गुप्ता की मौत के बाद भी उनके पिता के समय के निर्माण कार्यों की फाइल का पेमेंट अधर में लटका है।

अन्य ठेकेदारों ने भी इसी तरह के आरोप निगम के अधिकारियों पर लगाये कि उनका पेमेंट नहीं किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर फरियादियों के निगम के चक्कर काटने एवं अधिकारियों की कार्यालयों में खाली पड़ी कुर्सियां, कार्यालयों में बैठे अधिकारियों के अधीनस्थ कर्मचारियों के द्वारा यह कहकर फरियादी या ठेकेदार को टर्का दिये जाने कि साहब जांच के लिये फील्ड में गये हैं।

वहीं, होली से पूर्व करीब तीन हजार से अधिक सफाई कर्मचारियों का पेमेंट नगर निगम के द्वारा नहीं दिये जाने को लेकर सफाई मजदूर संगठन के नेताओं के द्वारा रविवार को अवकाश के दिन भी निगम के खिलाफ प्रदर्शन कर एडीएम को कलक्ट्रेट में जाकर ज्ञापन सौंपा। वहीं, पूर्व में भ्रष्टाचार में फंसे केशव प्रशाद का स्थानान्तरण होने के बाद भी नगर निगम में अपनी कुर्सी पर जमे रहना।

वहीं, नगर में बेपटरी साफ सफाई व्यवस्था जैसे जनता की प्रमुख समस्याओं के मुद्दों को जनवाणी ने जनता की आवाज बनकर सीधे तौर पर प्रमुखता से प्रकाशित किया। नगर निगम में सभी मुद्दों पर तो नहीं, लेकिन कुछ मुद्दों पर जनता की आवाज बने समाचार पत्र जनवाणी की खबर का असर जरूर धरातल पर दिखाई देने लगा है।

नगरायुक्त एवं अपर नगरायुक्त समेत तमाम अधिकारी एवं अधीनस्थ कर्मचारी नगर निगम में कार्यरत ठेकेदार एवं कर्मचारी ही नहीं महानगर की जनता की उन समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं, जोकि निगम में उनके स्तर से जुड़ी है और उनके द्वारा ही समस्या का समाधान किया जायेगा। उसके लिये कोई अन्य विभाग का अधिकारी उन समस्याओं का समाधान नहीं करेगा,

लेकिन निगम के अधिकारी आजतक अपने फायदे के लिये अधिकारों का प्रयोग तो करते दिखाई देते हैं, लेकिन वह अपने कर्तव्यों के प्रति सजग दिखाई नहीं दे रहे हैं। उसके लिये वह निर्माण के ठेकेदार हों या अन्य निगम में वह कर्मचारी जो अपनी जायज मांगों के लिये अधिकारियों के चक्कर काटना पड़ता है।

केस-1

सफाई कर्मियों की वेतन संबंधी मांग पर दिखाई दिया

नगर निगम में होली से पूर्व वेतन की मांग को लेकर सफाई मजदूर करीब 15 दिनों से चक्कर काट रहे थे। जिसमें होली से तीन दिन पूर्व भी करीब तीन हजार से अधिक सफाई कर्मचारियों का वेतन नहीं मिला जिसको लेकर सफाई कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने रविवार को नगर निगम में प्रदर्शन किया और आयुक्त एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी पर वेतन संबंधी एवं तमाम गंभीर आरोप लगाये।

इसमें उन्होंने एक ज्ञापन एडीएम दिवाकर सिंह को सौंपा। उनकी इस अवाज को जनवाणी समाचार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिसका असर सोमवार को दिखाई दिया। अपर आयुक्त प्रमोद कुमार ने बताया कि कुछ कर्मचारियों का पेमेंट बैंक में चला गया है,और मंगलवार तक पेमेंट सभी कर्मचारियों के खाते में पहुंच जायेगा।

केस-2

चरमराई साफ-सफाई व्यवस्था भी हुई सुचारू

नगर में साफ-सफाई व्यवस्था काफी समय से बेपटरी चल रही है। कहीं सड़क पर जलभराव तो कहीं सड़कों पर कूडेÞ के ढेर लगे होने से होली के त्योहार के मौके पर भी महानगर की साफ सफाई व्यवस्था बेपटरी दिखाई दे रही थी और लोगों को कूड़ों के ढेर के बीच से होकर गुजरना पड़ा रहा था।

जबकि सड़ांध से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। जिस पर महानगर की जनता की अवाज ‘दैनिक जनवाणी’ समाचार पत्र जनता की आवाज को लगातार प्रमुखता से उठाया। जिस पर सोमवार को महानगर में कई जगहों पर साफ सफाई होती दिखाई दी। जिन जगहों को जनवाणी ने प्रकाशित किया।

केस-3

हठधर्मी केशव प्रसाद का हुआ स्थानांतरण

नगर निगम में भ्रष्टाचार के आरोप में स्थानान्तरित हुये केशव प्रसाद का स्थानान्तरण किया गया था, लेकिन वह अपने रसूख से नगर निगम में ही अपनी कुर्सी पर जमे रहे। दैनिक जनवाणी ने शासन से बडेÞ हो गये कर अधीक्षक, स्थानान्तरण के बाद भी कैसे जमे है, नगर निगम में अपनी कुर्सी पर समाचार प्रकाशित किया।

जिस पर शासन ने तत्वरित संज्ञान लिया और उनका स्थानान्तरण 28 फरवरी को अमरोहा नगर पालिका के लिये करते हुये उन्हे यहां से रिलीव कर दिया गया। जिसके बाद कर अधीक्षक का चार्ज डा. पुष्पराज गौतम को सौंपा गया। जिसमें उनके पास प्रभारी संपत्ति एवं अतिक्रमण, विज्ञापन विभाग का कार्यभार भी है।

केस-4

निगम में समस्याओं का भी होने लगा निस्तारण

नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं ठेकेदार दीपेश अग्रवाल के सुसाइड मामले में आजाद समाज पार्टी के द्वारा नगर में विशाल जुलूस निकाला गया और नगर निगम के आयुक्त के खिलाफ इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने समेत विभिन्न मांगों को लेकर महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। आजाद समाज पार्टी के द्वारा उठाई गई मांग को प्रमुखता से प्रकाशित किया।

वहीं, निवर्तमान पार्षद अब्दुल गफ्फार के द्वारा नौचंदी ग्राउंड में अवैध कब्जों की शिकायत जो डीएम व अन्य अधिकारियों से की उसको भी दैनिक जनवाणी ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। धीरे-धीरे जनवाणी की खबर का असर अब अधिकारियों पर दिखाई देने लगा है, लेकिन अभी उनका छोटी-छोटी शिकायतों के समाधान पर असर हुआ हैं। नगर निगम में जो बड़ी एवं गंभीर समस्या है। जैसे कि ठेकेदारों का भुगतान जोकि कई कई वर्षों से जांच के नाम पर अधर में लटका है।

वहीं, सफाई कर्मचारियों की लंबित मांगें उन पर भी अधिकारी शीघ्रता से कार्रवाई करें तब ही माना जायेगा कि उनके रवैये में वास्वत में कुछ परिर्वतन हुआ है। वहीं, सफाई व्यवस्था एवं सफाई कर्मचारियों का होली से पूर्व वेतन संबंधी मांगों को जो जनवाणी ने प्रमुखता से प्रकाशित किया उस पर सफाई कर्मचारियों एवं संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने जनवाणी का आभार जताया।

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