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उत्तर प्रदेश
गुजरात सरकार मंत्रिमंडल: दूसरे दलों से आए 4 को मिला स्थान तो 11 पूर्व मंत्रियों के कटे पत्ते
Shantanu Roy
14 Dec 2022 10:30 AM GMT
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बड़ी खबर
अहमदाबाद। भूपेन्द्र पटेल मंत्रिमंडल में दूसरे दलों से आए चार नेताओं को स्थान मिला है तो वहीं पुराने 11 मंत्रियों को इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। मंत्रिमंडल में राज्य के कुल 33 जिलों में से मात्र 12 जिलों का प्रतिनिधित्व मिला है। मंत्रिमंडल गठन से पूर्व जिन नामों पर लोगों की सर्वाधिक निगाह टिकी थी, उनमें शंकर चौधरी, जीतू वाघाणी, गणपत वसावा, रमणलाल वोरा, जेठा भरवाड, हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर को मंत्रिमंडल से फिलहाल बाहर रखा गया है। भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में मंत्रिमंडल के 16 सदस्यों को राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल गांधीनगर के त्रिमंदिर दर्शन करने पहुंचे। कैबिनेट की मीटिंग के बाद रात में ही सभी मंत्रिमंडल सदस्यों को उनके विभाग आवंटित कर दिए जाएंगे।
कैबिनेट मंत्रियों में सबसे वरिष्ठ राघवजी पटेल हैं। वे सातवीं बार विधायक चुने गए हैं। जामनगर ग्रामीण से विधायक राघवजी भाई पटेल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पिछली सरकार में राघवजी पशुपालन मंत्री थे। 1975 से राजनीति में सक्रिय राघवजी ने अब तक 5 बार पार्टी बदली है। 2012 में कांग्रेस से विधायक रहे राघवजी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद 2017 में भाजपा से जामनगर ग्रामीण सीट पर चुनाव लड़ा। उस चुनाव में वे हार गए और उनके सामने चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के वल्लभ धारविया ने 2019 में कांग्रेस छोड़ दी। वे भाजपा में शामिल हो गए थे। उप चुनाव में भाजपा के राघवजी चुनाव जीत गए। 2021 में पूर्व सीएम विजय रूपाणी सहित मंत्रिमंडल बदला गया। उस समय भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में बनी सरकार में राघवजी को कृषि मंत्री बनाया गया था। इसके अलावा कुंवरजी बावलिया, कुंवरजी हलपति और बलवंतसिंह राजपूत भी कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। इन सभी तीन को कैबिनेट मंत्री और एक कुंवरजी हलपति को राज्य मंत्री बनाया गया है। इनके अलावा परसोत्तम सोलंकी 6 टर्म, बचु खाबड 4 टर्म, हर्ष संघवी 3 टर्म, भानुबेन बाबरिया 3 टर्म, कुंवरजी बावलिया 6 टर्म, कनु देसाई 3 टर्म, ऋषिकेश पटेल 4 टर्म, बलवंत सिंह राजपूत 3 टर्म से विधायक हैं। भीखूसिंह परमार पहली बार जीते और उन्हें इसी बार मंत्री बनने का अवसर मिल गया।
12 जिलों को मिला प्रतिनिधित्व
जिन 12 जिलों को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिला है, उनमें कनुभाई देसाई पारडी (वलसाड), ऋषिकेश पटेल विसनगर (मेहसाणा), राघवजी पटेल जामनगर ग्रामीण (जामनगर), बलवंतसिंह राजपूत सिद्धपुर (पाटण), कुंवरजी बावलिया जसदण (राजकोट), भानुबेन बाबरिया राजकोट ग्रामीण (राजकोट), मुलूभाई बेरा जामखंभालिया (देवभूमि द्वारका), डॉ कुबेरजी डिंडोर (महीसागर), हर्ष संघवी मजूरा (सूरत), जगदीश विश्वकर्मा निकोल (अहमदाबाद), परसोत्तम सोलंकी भावनगर ग्रामीण (भावनगर), बचुभाई खाबड देवगढ बारिया (दाहोद), मुकेश पटेल ओलपाड (सूरत), प्रफुल पानसेरिया कामरेज (सूरत) और कुंवरजी हलपति मांडवी (सूरत) के नाम शामिल हैं।
इन 11 पूर्व मंत्रियों के कटे पत्ते
जीतू वाघाणी, पूर्णेश मोदी, किरीटसिंह राणा, अर्जुनसिंह चौहाण, जीतूभाई चौधरी, मनिषा वकील, निमिषा सुथार, गजेन्द्र परमार, विनू मोरडिया, देवाभाई मालम, नरेश पटेल।
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