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उत्तर प्रदेश
स्वास्थ्य सेवाओं को आम आदमी तक पहुंचाना है सरकार का लक्ष्य: स्वास्थ्य मंत्री
Rani Sahu
10 Dec 2022 7:02 PM GMT
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उत्तरप्रदेश : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाओं के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सामूहिक प्रयास करना होगा। हमने अब तक 1.35 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बना लिए हैं। दिसंबर के अंत तक ये संख्या डेढ़ लाख हो जाएगी। आने वाले समय में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से मेडिकल कॉलेज को भी जोड़ने की योजना है। हमारा लक्ष्य 2025 देश को टीबी मुक्त भारत बनाना है।
शनिवार को विश्व यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे के अवसर पर रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित दो दिवसीय कम्युनिटी हेल्थ आफिसर्स कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं तो देश को स्वस्थ बनाना आवश्यक है।
दुनिया कर रही भारत का अनुसरण
स्वस्थ समाज ही समृद्ध देश का निर्माण कर सकता है। ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी बहुत बड़ी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि दुनिया हमको सलाह दे अब वह समय चला गया है। आज भारत दुनिया को सलाह दे रहा है और दुनिया भारत का अनुसरण कर रही है।उन्होंने बताया कि दावोस की एक बैठक में जब बिल गेट्स से मेरी मुलाकात हुई तो उन्होंने भारत के कोविड प्रबंधन की सराहना की। कोविड जैसे संकटकाल में हमारे स्वास्थ्यकर्मियों ने अपनी जान को जोखिम में डालकर अपनी ड्यूटी का निर्वहन ईमानदारी से किया। स्वास्थ्य सेवाओं को आम आदमी तक पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है। इस दौरान राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल, आयुष डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु के अलावा उत्तराखंड, झारखंड, सिक्किम, मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री व अधिकारी रहे।
स्वास्थ्य को विकास से जोड़कर शुरू हुआ काम
कम्युनिटी हेल्थ आफिसर्स कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मांडविया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 'हेल्थ आर्मी' ने कोरोना काल में जिस तरह काम किया, उम्मीद है उसी तरह वह यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लिए भी बेहतरीन परिणाम देकर इतिहास रचेगी। उन्होंने कहा कि स्वस्थ नागरिक से ही स्वस्थ समाज और स्वस्थ समाज से ही स्वस्थ देश बनता है। इसे ध्यान में रखते हुए ही देश में पहली बार स्वास्थ्य को विकास से जोड़कर कार्य शुरू किया गया।
तैनात होंगे चिकित्सक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मांडविया ने कहा सिर्फ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले ही नहीं जा रहे है उन पर चिकित्सकों की तैनाती की भी योजना है। इसके लिए देश में नये मेडिकल कालेजों को खोलने का भी प्रयास चल रहा है। यह भी प्रयास है कि मेडिकल छात्र ऐसे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर अपनी सेवाएं देने के लिए जुड़ें। उन्होंने कहा कि टेलीमेडिसिन के क्षेत्र में भी हमें काफी सफलता मिली है।
यह दूरस्थ इलाकों के लिए कारगर हो रही है। आज देश में ई-संजीवनी प्लेटफार्म से हर रोज चार लाख से अधिक लोग इस सेवा का लाभ ले रहे हैं। टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए आज समाज के हर क्षेत्र से लोग आगे आ रहे है। निक्षय पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार 44 हजार से अधिक क्षय रोगियों को अब तक जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संस्थाओं से जुड़े प्रतिनिधियों, फर्मों एवं संगठनों ने गोद लिया है।
राज्यपाल बोलीं- विश्व कल्याण की भावना में विश्वास रखता है भारत
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि भारत 'सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया' अर्थात विश्व कल्याण की भावना में विश्वास रखता है। केंद्र सरकार ने इसी भावना को ध्यान में रखते हुये सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से अंत्योदय के उद्देश्य को साकार करने और समाज के अंतिम छोर पर बैठे उस व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले, यह सुनिश्चित करने के लिये अनेक कदम उठाये हैं।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एबी-एचडब्ल्यूसी) के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दे रहा है। कहा कि यूनिवर्सल हेल्थ केयर कवरेज डे के उद्देश्य को हम सभी को मिलकर प्राप्त करना है। इसीलिए इस वर्ष 'यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे' की थीम 'बिल्ड द वर्ल्ड वी वांट ए हेल्दी फ्यूचर फार आल' रखी गई है। प्रधानमंत्री के 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने के लक्ष्य की पूर्ति के लिए हम सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा। राज्यपाल ने कहा कि रक्तदान कैंप के लिए विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों की मदद लेनी होगी। उन्होंने सुझाव दिया कि जितने भी हेल्थ और वेलनेस सेंटर स्थापित हो रहे हैं उनमें महिलाओं व किशोरियों के सभी प्रकार के रोगों का उपचार की व्यवस्था अवश्य होनी चाहिए। यूनिवर्सल हेल्थ भारत के लिए बहुत बड़ी प्राथमिकता है।
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