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स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर पर गोरखपुर का दावा मजबूत
गोरखपुर न्यूज़: सरकार प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) को अगले चार वर्ष तक जारी रखने के लिए पीएमकेवीवाई 4.0 शुरू करेगी. वहीं, युवाओं को अंतरराष्ट्रीय अवसरों के लिए कुशल बनाने के लिए विभिन्न राज्यों में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर स्थापित किए जाएंगे. ऐसे में गोरखपुर में स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर खुलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं.
24 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फर्टिलाइजर कैम्पस में सैनिक स्कूल की आधारशिला रखते हुए एलान किया था कि, 'गोरखपुर फर्टिलाइजर कैंपस में सरकार, स्किल डेवलपमेंट का बड़ा सेंटर खोलेगी. यहां ट्रेनिंग पाने वाले लोगों को देश और दुनिया में कहीं भी बेहतर शर्तों पर रोजगार मिल सकेगा.' लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी केंद्र सरकार ने अपने अंतिम बजट में देश के विभिन्न राज्यों में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर स्थापित करने का एलान किया है. सांसद रवि किशन शुक्ला भी कहते हैं कि गोरखपुर ऐसे सेंटर के लिए योग्यता भी रखता है. नॉलेज सिटी के रूप में स्थापित होता यह शहर पूर्वी उत्तर प्रदेश के युवाओं को शिक्षा ग्रहण के लिए आकर्षित करता है. स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर बन जाने से युवाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ स्किल डेवलपमेंट का सेंटर खोलने की पहले ही घोषणा कर चुके हैं. गोरखपुर में एक सेंटर तो बनना ही चाहिए. ताकि नए दौर की तकनीकी चुनौतियों के लिए युवा प्रशिक्षित हो सकें और उनकी राह आसान हो.
- प्रेक्षा त्रिपाठी, रुस्तमपुर
स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर खुला तो कोडिंग एवं एआई सरीखी विधाओं में छात्रों को कौशल विकास का मौका मिलेगा. गोरखपुर में यह केंद्र खोला जाना चाहिए. इससे युवाओं को मल्टीनेशनल कम्पनियों में रोजगार के अवसर मिलेंगे.
- पंकज शुक्ला, तारामंडल
सेंटर खुलने से युवाओं को भटकना नहीं पड़ेगा
जिला कौशल विकास मिशन के प्रबंधक कौशलेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि इस योजना के तहत युवा कंट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं हार्डवेयर, फूड प्रॉसेसिंग, फर्नीचर और फिटिंग, हैंडीक्रॉफ्ट, जेम्स और जूलरी, लेदर टेक्नोलॉजी समेत 40 क्षेत्र की ट्रेनिंग पा रहे हैं. इंटरनेशनल सेंटर में कोडिंग, एआई, रोबोटिक्स, मेक्ट्रोनिक्स, आईओटी, थ्री डी जैसे आधुनिक पाठ्यक्रम भी शामिल होंगे. प्रिंटिंग, ड्रोन, साफ्ट स्किल के बारे में भी प्रशिक्षण मिलेगा. इसके अलावा प्रशिक्षुओं को नौकरियां के साथ-साथ स्वरोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे.