उत्तर प्रदेश

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के मामले में कानपुर, गाजियाबाद और मुरादाबाद से भी आगे निकला गोरखपुर

Admin Delhi 1
16 Feb 2023 12:23 PM GMT
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश के मामले में कानपुर, गाजियाबाद और मुरादाबाद से भी आगे निकला गोरखपुर
x

गोरखपुर न्यूज़: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) -2023 ने औद्योगिक नगरी के रूप में बन रही गोरक्षनगरी की नई पहचान को और मजबूत कर दिया है. जीआईएस की उपलब्धियों के आंकड़े इसकी तस्दीक करते हैं. गोरखपुर टॉप फाइव रैंकिंग वाले जिलों में शुमार हो गय है.

निवेश जुटाने के मामले में प्रदेश के सभी 75 जिलों में पूर्वांचल को लीड करते हुए गोरखपुर चौथे पायदान पर रहा. गौतमबुद्ध नगर (प्रथम), आगरा (द्वितीय) और लखनऊ (तृतीय) के बाद गोरखपुर का ही नंबर है. निवेश जुटाने में गोरखपुर गाजियाबाद, कानपुर और मुरादाबाद से भी आगे रहा. यूपी जीआईएस में गोरखपुर में 1.71 लाख करोड़ से अधिक के निवेश के लिए एमओयू हुए. इसके धरातल पर उतरने से करीब 1.98 लोगों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे. जिले में होने जा रहे निवेश में परंपरागत उद्योगों के साथ कई नए सेक्टर भी शामिल हुए हैं. दीगर तथ्य यह भी है कि गोरखपुर में पहली बार हरित और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश होने जा रहा है. वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में हरित और नवीकरणीय ऊर्जा समय की मांग है. इसका उल्लेख राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, पीएम मोदी व केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री गडकरी ने जीआईएस में अपने मार्गदर्शन के दौरान किया.

निवेशकों की पसंद बना हुआ है गीडा क्षेत्र

बीते करीब छह सालों में शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, सुदृढ़ कानून व्यवस्था और 'इंडस्ट्री फ्रेंडली पॉलिसी' से उत्तर प्रदेश में देश-दुनिया के निवेशकों का रुझान तेजी से बढ़ा है. इसका फायदा सिर्फ एनसीआर तक सीमित नहीं है बल्कि गोरखपुर जैसे पूर्वांचल के जिलों के प्रति भी निवेशक आकर्षित हुए हैं. बेहतरीन रोड और एयर कनेक्टिविटी की सुविधा तथा उद्यमियों की मांग के अनुरूप भूमि उपलब्धता से गीडा पहले से निवेशकों की पसंद बना हुआ है. गौरतलब है कि ग्रीन अमोनिया प्लांट स्थापित करने के लिए मेसर्स अवाडा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड 22 हजार 500 करोड़ रुपये का एमओयू किया है.

औद्योगिक नगरी के रूप में उभरी गोरक्षनगरी

जीआईएस की उपलब्धियों को गोरखपुर के लिहाज से (एक हजार करोड़ से अधिक के निवेश) देखें तो यहां पेपर मिल प्रोजेक्ट के लिए आरजी स्ट्रेटजी ग्रुप में 2935 करोड़ के निवेश का करार किया है. एलपीजी पाइप लाइन के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की तरफ से 1800 करोड़, बांस आधारित उत्पाद के लिए आर्टिजन एग्रोटेक की तरफ से 1400 करोड़, एथेनॉल और डिस्टलरी के लिए केयान डिस्टलरीज की तरफ से 1200 करोड़ तथा कार्बोनेटेड ड्रिंक, फ्रूट पल्प प्लांट के लिए वरुण वेवरेजेज (पेप्सिको की फ्रेंचाइजी) की तरफ से 1071 करोड़ के निवेश का एमओयू हुआ. जिले को होटल एंड हॉस्पिटैलिटी, रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट, हॉस्पिटल, हैवी इंजीनियरिंग आदि सेक्टर में भी निवेश प्रस्ताव मिले.

Next Story