उत्तर प्रदेश

यूपी में सिर्फ तय स्थानो पर ही होगी अलविदा की नमाज, अब तक 21 हजार लाउडस्पीकर हटाए गए

Renuka Sahu
29 April 2022 2:34 AM GMT
Goodbye prayers will be held only at designated places in UP, so far 21 thousand loudspeakers have been removed
x

फाइल फोटो 

उत्तर प्रदेश में अलविदा की नमाज के लिए राज्य सरकार ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अलविदा की नमाज के लिए राज्य सरकार ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. राज्य में शुक्रवार को केंद्रीय सुरक्षा बलों के कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच पूर्व निर्धारित स्थानों पर अलविदा की नमाज (Namaz) अदा की जा सकेगी. राज्य सरकार के नियमों के मुताबिक किसी भी नए या सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं होगी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के निर्देश के बाद पुलिस-प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है. इसके साथ ही संवेदनशील जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने को कहा गया है.

जानकारी के मुताबिक रमजान के महीने में शुक्रवार को राज्य में पूर्व निर्धारित 31,151 स्थानों पर अलविदा की नमाज अदा की जाएगी. राज्य सरकार ने इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. राज्य के डीजीपी मुकुल गोयल ने प्रार्थना स्थलों और अन्य संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा के लिए 46 कंपनी पीएसी और सात कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात किए हैं. डीजीपी मुख्यालय के अनुसार शुक्रवार को अलविदा की नमाज 19949 की मस्जिदों, 7436 ईदगाहों और 2846 अन्य स्थानों पर होगी. इसमें से 2846 स्थानों को संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया है. इसके साथ ही 2705 जगहों को भी संवेदनशील माना गया है और इन जगहों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
जिलों में तैनात की गई हैं 46 पीएसी की कंपनियां
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक संवेदनशील जिलों की पुलिस के अलावा 46 कंपनी पीएसी और सात कंपनी सीएपीएफ को तैनात किया गया है. इसके साथ ही दो पुलिस उपाधीक्षकों को भी मुरादाबाद और प्रयागराज भेजा गया है. रेंज के सभी जोनल एडीजी और आईजी-डीआईजी को जिलों के पुलिस कप्तानों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कहा गया है. ताकि अलविदा की नमाज शांति से हो सके.
राज्य में अब तक 21 हजार लाउडस्पीकर उतारे गए
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आपसी संवाद और समन्वय के जरिए धार्मिक स्थलों से अवैध लाउडस्पीकर हटाने के निर्देश पर पुलिस प्रशासन ने गुरुवार को भी संवाद की प्रक्रिया जारी रखी. राज्य के विभिन्न जिलों में 29808 धर्मगुरुओं से बातचीत की गई और अब तक 21963 लाउडस्पीकर हटाए जा चुके हैं. डीजीपी मुख्यालय के अनुसार अवैध लाउडस्पीकर हटाने और अन्य लाउडस्पीकरों में तय मानक के अनुसार ध्वनि कम करने के अभियान में अभी तक विरोध नहीं हुआ है और ज्यादातर जगहों पर धार्मिक नेताओं ने स्वेच्छा से अवैध लाउडस्पीकर हटाए गए हैं.
Next Story