उत्तर प्रदेश

Gonda: जांच में आरोप सही पाए गए, उपजिलाधिकारी ने लेखपाल को निलंबित किया

Admindelhi1
8 Feb 2025 11:45 AM GMT
Gonda: जांच में आरोप सही पाए गए, उपजिलाधिकारी ने लेखपाल को निलंबित किया
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रिश्वतखोरी पर गिरी गाज, लेखपाल निलंबित

गोंडा: उत्तराधिकार प्रमाण पत्र के लिए रिश्वत मांगना लेखपाल विनोद कुमार श्रीवास्तव को भारी पड़ गया। समाधान दिवस पर शिकायत मिलने के बाद जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद उपजिलाधिकारी ने लेखपाल को निलंबित कर दिया।

शिकायत का पूरा मामला: ग्राम पंचायत धुसवा खास निवासी कलावती ने 1 फरवरी को सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी नेहा शर्मा से शिकायत की थी कि उनकी मां जगपता का 28 अगस्त 2024 को निधन हो गया था। उत्तराधिकार प्रमाण पत्र के लिए उन्होंने तीन बार (26 सितंबर, 26 अक्टूबर 2024 और 10 जनवरी 2025) आवेदन किया, लेकिन लेखपाल विनोद श्रीवास्तव ने ₹5000 की रिश्वत लेने के बावजूद आवेदन खारिज कर दिया।

बाद में जब उन्होंने दोबारा आवेदन किया, तो लेखपाल ने ₹10,000 की अतिरिक्त रिश्वत की मांग की।

लेखपाल पर गिरी गाज: शिकायत की गंभीरता को देखते हुए डीएम नेहा शर्मा ने जांच कराई, जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके बाद एसडीएम यशवंत राव ने आरोपी लेखपाल को निलंबित कर तहसील कार्यालय मनकापुर से संबद्ध कर दिया।

लेखपाल को बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने से भी रोक दिया गया है। प्रशासन ने रिश्वतखोरी पर सख्त रुख अपनाते हुए ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

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