- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- दुर्गा पूजा पंडाल में...
x
बड़ी खबर
अयोध्या। अयोध्या में दुर्गा पूजा महोत्सव में भी अमृत महोत्सव की झलक देखने को मिल रही है। अमानीगंज में दुर्गा पूजा पंडाल की लाइटें तिरंगे की आकार दी गई है। पंडाल में विराजमान प्रतिमा को तिरंगा के रूप में सजाया गया है। दुर्गा पूजा समिति के अनुज अग्रवाल ने बताया कि देश हमारा आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इसी उपलक्ष्य में इस पंडाल को तिरंगा मय किया गया है। अयोध्या में पहले दिन 29 स्थानों पर प्रतिमाओं को स्थापित किया गया। शहर के चौक नाका, नाका हनुमान गढ़ी समेत प्रमुख 10 स्थानों पर एक अक्टूबर को प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
अयोध्या जनपद में लगभग 1800 स्थलों पर इस वर्ष दुर्गा पूजा पंडाल सजाकर शक्ति एवं वैभव की दात्री मां दुर्गे का पूजन किया जाएगा। अयोध्या नगर में लगभग 300 स्थलों में पूजा पंडाल सजाए जा रहे हैं। दुर्गा पूजा महोत्सव के प्रथम दिन सोमवार को नगर के 29 स्थलों पर दुर्गा पूजा पंडालों के कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पूजन एवं दर्शन के लिए पूजा पंडालों में पहुंचने लगी। शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन साधकों ने नौ दुर्गा मां के द्वितीय स्वरूप देवी ब्रह्मचारिणी की आराधना की। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो साधक विधि विधान से देवी के इस स्वरूप की पूजा अर्चना करते हैं, उनकी कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती है। सन्यासियों के लिए देवी की पूजा विशेष रूप से फलदायी है।
मां ब्रह्मचारिणी को ज्ञान, तपस्या और वैराग्य की देवी माना जाता है। कठोर साधना और ब्रह्म में लीन रहने के कारण इनको ब्रह्मचारिणी कहा गया। केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने बताया कि शहर में शेष स्थलों पर दो अक्टूबर को पूजा पंडालों के कपाट खुलेंगे। मंगलवार शाम को नगर में जनौरा, गणेश नगर मकबरा, राम जानकी मंदिर फतेहगंज, कौशलपुरी कॉलोनी फेज-दो, नवीन मण्डी, काली माता मंदिर जनौरा, बहारगंज रेलवे क्रासिंग, अमानीगंज गुरुद्वारा, लक्ष्मणपुरी, आईटीआई के सामने, बल्लाहाता, महाजनी टोला, झारखण्डी हनुमान मंदिर के पीछे, आर्य कन्या गली, काली बाड़ी मंदिर धारा रोड़, निषाद पुरवा बंधा जमथरा रोड कैंट, नयापुरा ढाल, भीखापुर, बढ़ई का पुरवा, कोहारन टोला लालबाग, राजा गली अंगूरीबाग, जीजीआईसी, तेली टोला, ब्रह्म बाबा स्थल, पलिया व हांसापुर में पंडालों में भक्तों की भीड़ मां के दर्शन पूजन के लिए लगी रही।
Next Story