उत्तर प्रदेश

प्रेमिका अनुष्का ने ही प्रेमी व दोस्त के साथ मिलकर देवांश को उतारा था मौत के घाट

Admin4
25 Jun 2023 3:15 PM GMT
प्रेमिका अनुष्का ने ही प्रेमी व दोस्त के साथ मिलकर देवांश को उतारा था मौत के घाट
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वाराणसी। फर्रूखाबाद से वाराणसी आये जिस देवांश यादव की तलाश में माता व पिता दर-दर भटक रहे थे और बीएचयू की जिस छात्रा अनुष्का तिवारी पर हत्या कर लाश गायब करने का आरोप लगा रहे थे वह सच निकला। वह छात्रा अनुष्का कोई और नही देवांश की पूर्व प्रेमिका थी और लिव इन रिलेशनशिप में उसके साथ रह चुकी थी। अनुष्का ने अपने नये प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर पूर्व प्रेमी देवांश को धोखे से बुलाकर हत्या करवा दी। भेलूपुर पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात की मुख्य आरोपित अनुष्का तिवारी, उसके नये प्रेमी मिर्जापुर के राहुल सेठ और उसके दोस्त सादाब को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया।
बता दें कि फर्रुखाबाद जिले के मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र के कुइयावूट बाईपास निवासी रामकिशोर यादव पेशे से शिक्षक हैं। उनका 22 वर्षीय इकलौता बेटा देवांश यादव बीएससी थर्ड ईयर का छात्र था। पिछले 25 मई को वाराणसी जाने की बात कह कर वह घर से निकला था। 26 मई की शाम देवांश के दोस्त श्रीवत्स से उसकी बात हुई तो। देवांश अस्सी क्षेत्र के एक होटल के कमरे में ठहरा था। 27 मई को पता चला कि उसका लैपटॉप और बैग कमरे में ही हैं। लेकिन वह गायब है। देवांश की पूर्व परिचित व बीएचयू की छात्रा अनुष्का को फोन किया गया तो उसने कोई जानकारी से इनकार कर दिया था। तब से देवांश के पिता थाना, पुलिस कमिश्नर और डीजीपी कार्यालय के चक्कर लगाकर बेटे की बरामदगी की गुहार लगा रहे थे। चूंकि अनुष्का मूलरूप से कानपुर की रहनेवाली है। पिता को शक था कि अनुष्का ने बेटे को कहीं मरवा न दिया हो। रविवार को डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने अपने कार्यालय में इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए घिनौनी हरकत करनेवाले तीनों आरोपितों को मीडिया के सामने पेश किया। बताया कि तीनों आरोपितों ने बड़ी गहरी साजिश रची और देवांश को मार डाला। कानपुर की अनुष्का और देवांश कक्षा छह से नौ तक एक की क्लास में पढ़ते थे। दोनों में नजदीकियां बढ़ी और प्यार हुआ। बाद में अनुष्का और देवांश परिवारवालों को चकमा देकर लिव इन रिलेशन में रहते थे। बाद में अनुष्का पढ़ने बीएचयू आ गई तो दोनों में दूरियां बढ़ गई। इस दौरान अनुष्का ने नया प्रेमी मिर्जापुर के राहुल सेठ को बना लिया। इसके बाद भी देवांश उसे फोन करता और साथ रहने का दबाव बनाता रहा। बीच-बीच में देवांश अनुष्का से मिलने के लिए भी आया करता था। अब अनुष्का देवांश से पिंड छुड़ाने के चक्कर में लग गई। उसने राहुल को बताया। इसके बाद उसकी हत्या की साजिश रची गई। राहुल ने इस साजिश में अपने दोस्त सादाब को जोड़ लिया।
इसके बाद अनुष्का तिवारी ने व्हाट्सअप कॉल कर देवांश को वाराणसी बुलाया। देवांश अस्सी घाट के समीप होटल में ठहरा था। अनुष्का ने देवांश को देर शाम मिलने के लिए बुलाया और कार से घूमने का प्रस्ताव दिया। जिस कार में देवांश को बैठाया उसे अनुष्का नये प्रेमी राहुल सेठ का दोस्त सादाब चला रहा था। कार के पीछे स्कूटी से राहुल सेठ लगा हुआ था। प्लान के मुताबिक अनुष्का ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर देवांश को पिला दिया। देवांश अचते हुआ तो उसे वह रामनगर से आगे सिंघीताली पहुंचे। तभी देवांश को होश आने लगा तो तीनों घबरा गये। आनन-फानन में तीनों ने मिलकर देवांश को वहीं भवन निर्माण के लिए रखे गिट्टी के ढेर पर पटकना शुरू कर दिया। राहुल ने पेंचकस से घोंप-घोंपकर उसे मार डाला। अनुष्का भी हमले कर रही थी। राहुल ने अंधेरे में फायरिंग भी की और भाग निकले। लेकिन तीनों को उसकी मौत पर यकीन नही हो रहा था। इसलिए एक घंटे बाद फिर वहीं सिंघीताली लौटे। देखा कि देवांश मर चुका है तो लौट गये। पुलिस को चकमा देने के लिए हत्यारों ने देवांश यादव के मोबाइल को बिहार की तरफ जा रहे ट्रक पर फेंक दिया था। तमाम कोशिशों के बावजूद राज खुल गया और तीनों हत्यारे जेल पहुंच गये।
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