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गाजियाबाद की बेटी बिहार में बनी जज, बधाई देने वालों का लगा तांता
गाजियाबाद। लोनी इलाके के निस्तौली गांव में रहने वाले एक किसान की बेटी का बिहार न्यायिक सेवा में चयन हुआ है।जिसके बाद किसान के घर जन्मी बेटी ने अपने गांव का ही नहीं, बल्कि जिले का भी नाम रोशन किया है।जैसे ही यह सूचना इलाके के लोगों को मिली तो पूरे इलाके में खुशी का माहौल हो गया और (जज )अनामिका डागर को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
लोनी इलाके के गांव निस्तौली में रहने वाले सुभाष नाम के किसान और ग्रहणी ललिता की बेटी अनामिका डागर ने बताया कि उन्होंने यूपी बोर्ड से स्कूलिंग की और फिर एलआर कॉलेज से b.a., एमएमएच कॉलेज से एलएलबी और मेरठ कॉलेज से एलएलएम की शिक्षा लेने के बाद उन्होंने न्यायिक सेवा की तैयारी शुरू कर दी। वर्ष 2020 में बिहार न्यायिक सेवा की भर्ती निकली थीं। जिसमें उन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था और प्री एवं मेंस की सफलता पाने के बाद उनका इसी साल साक्षात्कार हुआ। जिसका परिणाम 10 अक्टूबर को आया।उस परिणाम में उन्हें 16 वीं रेंक प्राप्त हुई।इतना ही नहीं हिंदी माध्यम से वह पूरे बिहार में पहली रेंक पर आई हैं। अनामिका डागर ने कहा कि उन्होंने देश सेवा और वंचितों को न्याय दिलाने में पूरा योगदान देंगी। अनामिका डागर का कहना है कि बचपन से ही उनकी यह इच्छा रही है। कि वह देश सेवा और वंचितों को न्याय दिलाने का कार्य करेंगी। उन्होंने बताया कि जब वह इस तरह की बात अपने घर वालों के सामने करती थी, तो घर वालों को भी उनकी बात पर यकीन नहीं हो पाता था।क्योंकि उनके पिता साधारण किसान हैं और मां गृहिणी है। लेकिन उन्हें अपनी मेहनत पर पूरा विश्वास था जो वह अब सफल हो गया।
अनामिका डागर को पूरे इलाके के लोग बधाई देने पहुंच रहे हैं। गाजियाबाद नगर निगम के पूर्व मेयर आशु वर्मा और भाजपा महानगर मीडिया संयोजक प्रदीप चौधरी खुद अनामिका डागर के घर पहुंचे और उन्होंने अनामिका डागर को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने भी अनामिका डागर को फोन पर शाबाशी देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।