उत्तर प्रदेश

गाजियाबाद: फिजियोथेरेपिस्ट पेट दर्द पर हुई थी एडमिट, आंखों पर रुई बांधकर मिले इलेक्ट्रिक शॉक

Soni
16 March 2022 9:18 AM GMT
गाजियाबाद: फिजियोथेरेपिस्ट पेट दर्द पर हुई थी एडमिट, आंखों पर रुई बांधकर मिले इलेक्ट्रिक शॉक
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जीटी रोड पर न्यू पंचवटी बी-ब्लॉक निवासी कुमकुम गुप्ता फिजियोथेरेपिस्ट हैं। पूर्व में वह नेहरूनगर के गणेश हॉस्पिटल में कार्यरत रही है। 13 मार्च को उन्हें पेट दर्द की शिकायत होने पर गणेश हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद पेट में संक्रमण बताते हुए इलाज शुरू कर दिया। परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों ने एक के बाद एक करके कुल छह इंजेक्शन कुमकुम को दिए। इससे कुमकुम की हालत बिगड़ गई और वह मरणासन्न जैसी हालत में पहुंच गई। कुमकुम की मां ममता गुप्ता ने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें कुछ बताए बिना ही बेटी को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में शिफ्ट कर दिया।

परिजनों का कहना है कि वह जब आईसीयू में बेटी को देखने के लिए पहुंचे तो शरीर पर इलेक्ट्रिक शॉक जैसे निशान थे। आंख, गले और छाती पर भी निशान थे। कुमकुम ने उन्हें बताया कि आंखों पर रुई बांध दी गई थी, जिससे कुछ नहीं दिखे। ममता ने आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने उनकी बेटी को होश में लाने के लिए शारीरिक यातनाएं दी। हालत ज्यादा बिगड़ते देख परिजनों ने वहां से जबरन कुमकुम को डिस्चार्ज कराया और दूसरे हॉस्पिटल में एडमिट कराया है। इस मामले में कुमकुम की मां ममता गुप्ता ने गणेश हॉस्पिटल के मालिक डॉक्टर उमेश मदान, अखिलेश गुप्ता व अन्य स्टाफ के खिलाफ गाजियाबाद एसएसपी व थाना सिहानी गेट पर बुधवार सुबह एक एप्लीकेशन दी है।

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