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जर्मनी की कंपनी ने रैपिड एक्स के परिचालन का जिम्मा संभाला
गाजियाबाद न्यूज़: देश की पहली रैपिड एक्स ट्रेन का परिचालन जर्मनी की डीबी इंडिया कंपनी को 12 साल के लिए सौंप दिया गया है. कंपनी ने प्राथमिक खंड का काम पूरी तरह संभाल लिया है. पांचों स्टेशन पर कर्मचारी बैठने लगे हैं. दो दिन से सभी स्टेशन पर कामकाज होने लगा है. जर्मनी की कंपनी परिचालन के साथ मरम्मत का काम भी देखेगी. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) का दावा है यह कंपनी यात्रियों के लिए बेहतर सेवा उपलब्ध कराएगी.
एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि एनसीआरटीसी ने प्रथम रीजनल रेल कॉरिडोर के परिचालन और मरम्मत कार्य के लिए डॉयचे बान इंडिया के साथ करार किया है. इसके तहत 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का काम डीबी इंडिया कंपनी 12 साल की अवधि के लिए करेगी. कंपनी सफर से लेकर स्टेशन पर यात्रियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखेगी.
डीबी इंडिया कंपनी ने करार होने के बाद प्राथमिक खंड के साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन अपने अधीन कर लिए हैं. सभी स्टेशन पर कंप्यूटर सिस्टम लगा दिए गए. पिछले दो दिन से कर्मचारी टिकट वितरण से लेकर प्लेटफार्म पर ड्यूटी दे रहे हैं. हर काम का तरीका सीख रहे हैं. पुनीत वत्स ने बताया कि डॉयचे बान इंजीनियरिंग एंड कंसल्टेंसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (डीबी इंडिया) जर्मनी की राष्ट्रीय रेलवे कंपनी डॉयचे बान एजी की सहायक कंपनी है. यह कंपनी कई देशों में सेवा दे रही है. एनसीआरटीसी द्वारा अपनाई इस पहल, उन्नत तकनीक, विशेषज्ञता और अनुभव के उपयोग से यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलेंगी.
2017 में जारी हुई थी मेट्रो रेल नीति
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि देश में रेल-आधारित ट्रांजिट सिस्टम सार्वजनिक संस्थाओं द्वारा संचालित किए जा हैं. इनमें कुछ गतिविधियां निजी कंपनी को जाती है. उन्होंने बताया कि आवासन और शहरी मामलों के मंत्रालय ने वर्ष 2017 में मेट्रो रेल नीति जारी की थी. इसमें रीजनल रेल और मेट्रो रेल परियोजनाओं में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है. एनसीआरटीसी ने यह लॉन्ग टर्म प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल अपनाया है.
जून के आखिरी सप्ताह में उद्घाटन की तैयारी
रैपिड एक्स ट्रेन का परिचालन इस माह के आखिरी सप्ताह में शुरू करने की तैयारी है. साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर तैयार है. इस खंड के पांचों स्टेशन अंदर से बन गए हैं. लिफ्ट,सीढ़ियां गेट तैयार हो गए हैं. सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए. प्लेटफार्म तैयार हैं.
एक नजर में परियोजना
●17 किलोमीटर प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई तक है.
●5 स्टेशन प्राथमिक खंड में हैं.
●82 किलोमीटर लंबा है दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर.
●2025 पूरे कॉरिडोर पर संचालन
●8 लाख यात्री रोजाना रैपिड रेल से सफर करेंगे, 70 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड है.
मरीज स्ट्रेचर सहित जाएंगे
रैपिड रेल कोच में मरीजों के लिए व्हीलचेयर और स्ट्रेचर रखने के इंतजाम किए है. स्टेशन डिजाइन में इसका ख्याल रखा है. आपातस्थिति में मरीज को स्टेशन में प्रवेश और ट्रेन में सवार होने एवं बाहर निकलने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी. गंभीर मरीज रैपिड से आ और जा सकेंगे.