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Gaziabad: जीडीए की कार्यप्रणाली आधुनिक बनाने की तैयारी
गाजियाबाद: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण जीडीए की कार्यप्रणाली आधुनिक बनाने की तैयारी है. इसके लिए प्राधिकरण में सर्वर रूम तैयार होगा, जिससे सभी अनुभाग ऑनलाइन जुड़ेंगे. आवंटियों की फाइल भी सिस्टम पर अपडेट मिलेंगी. ऐसे में यदि कोई अपने किसी काम से आवेदन करता है, तो उसकी फाइल ऑनलाइन ही अनुभाग के अधिकारियों व बाबुओं तक पहुंचेगी.
जीडीए की 30 से अधिक आवासीय और व्यावसायिक योजनाएं हैं, जिसमें डेढ़ लाख से अधिक आवंटी हैं. इन सभी के भूखंड, फ्लैट आदि का डाटा प्राधिकरण की फाइलों में है. साथ ही अन्य कार्य के लिए भी प्राधिकरण में फाइलों को अपडेट कर तैयार किया जाता है. लेकिन अब इस व्यवस्था को आधुनिक बनाया जाएगा. इसके लिए जीडीए में 20 से अधिक आधुनिक कंप्यूटर खरीदकर एक सर्वर रूम तैयार होगा. इस सर्वर रूम से सभी अनुभागों को जोड़ा जाएगा. फिर पूरा काम ऑनलाइन माध्यम से ही किया जाएगा, ताकि अधिकारियों को सिस्टम पर ही आवंटियों की पूरी जानकारी ऑनलाइन मिल सके.
एक पटल से दूसरे पर नहीं चलेगी फाइल
जीडीए में अभी आवंटी किसी काम के लिए आवेदन करता है, तो आवेदन के बाद मूल फाइल संबंधित अनुभागों के पटल पर घूमती रहती है. ऐसे में अधिकारी व बाबू दूसरे पटल में फाइल होने का बहाना बनाकर काम को अटका देते हैं. अब ऐसा नहीं होगा. सभी अधिकारियों और बाबुओं को कंप्यूटर में ही आवेदक के आवेदन को स्वीकार या अस्वीकार करना होगा. अस्वीकार करने पर उसका कारण भी बताना होगा. वह भी तय समयसीमा के भीतर.
ये होती है दिक्कत
वर्तमान में सभी फाइलें संपत्ति अनुभाग के बाबुओं के पास होती हैं. मामले के संबंध में जानकारी के लिए बाबू को फाइल के साथ बुलाना पड़ता है. अगर वह छुट्टी पर हैं, तो काम में देरी होती है. ऐसे कई मामले जीडीए उपाध्यक्ष के सामने आए हैं. शिकायतकर्ता जब उनसे मिले तो उस दिन बाबू छुट्टी पर थे.
यह लाभ होगा
अधिकारी बताते हैं कि सभी जानकारी ऑनलाइन होने से इन्हें प्रभारी सिस्टम में देख सकेंगे. इसके लिए बाबुओं को फाइल के साथ बुलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अधिकारी अपने सीट पर बैठे हुए ही फाइल खोलकर अपडेट देख सकेंगे. फिर संबंधित अधिकारियों व बाबुओं को इस संबंध में काम करने के निर्देश दे सकेंगे.