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Gaziabad: इंदिरापुरम के कई गलियों में सीवर का पानी भरा
गाजियाबाद: इंदिरापुरम के कई इलाकों की गलियों में सीवर का पानी भरा होने से लोगों को परेशानी हो रही है. करीब तीन महीने से सीवर सफाई न होने के अभयखंड, न्यायखंड, ज्ञानखंड और नीतिखंड में समस्या बनी हुई है. इससे 50 हजार से अधिक लोगों को जूझना पड़ रहा है. लोगों का गलियों पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया है. इसके अलावा संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है.
लोगों का कहना है कि इंदिरापुरम परियोजना जीडीए से नगर निगम कोहैंडओवर होने के बाद भी सीवर लाइन की सफाई नहीं की जा रही है. इससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. न्यायखंड दो निवासी किशोर ठाकुर ने बताया कि सीवर का पानी गलियों में भरने से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हर समय पानी भरे रहने के कारण दुर्गंध फैल रह है. इससे लोगों घरों में खिड़कियां और दरवाजे तक बंद रखने पड़ते है. अभयखंड एक निवासी सीपी सिंह ने बताया कि नगर निगम की ओर से सीवर की सफाई और रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
रोजाना हो रहे हादसे: सड़क पर सीवर का पानी भरने से फिसलन बन गई है. इससे बच्चें व बुजुर्ग अधिक लोग परेशान है. दो पहिया वाहन चालकों को निकलने में परेशानी हो रही है. रोजाना दो से तीन व्यक्ति संतुलन खोकर चोटिल हो जाते है.लोगों का कहना है जल्द सीवर लाइन की सफाई नहीं की गई तो सीवर का पानी घरों में अंदर भरने लगेगा.
घर से बाहर निकलना मुश्किल: लोगों का कहना है कि सड़क पर नियमित पानी भरा रहता है. गंदे पानी में मच्छर पनप रहे है, जिससे मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है. इससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी फैलने का डर बना हुआ है. सड़कें पर सीवर के पानी भरने से दुर्गंध आती रहती है. इस कारण घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. नगर निगम को शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
इंद्रप्रस्थ में भी लोग परेशान: इंद्रप्रस्थ ब्लॉक डी में सीवर की समस्या से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सीवर लाइन की सफाई बीते एक माह से नहीं की गई है. इससे समस्या ने विकराल रुप धारण कर लिया है. ब्लॉक डी की सड़क पर पानी भरने से हजारों लोगों को परेशानी हो रही है. जीडीए के अधिकारियों शिकायत के बाद समस्या को अनदेखी कर रहे है.
सीवर लाइन की सफाई के लिए तैयार की जा रही है. जल्द सफाई का काम शुरू किया जाएगा. प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्या का समाधान होगा.- केपी आनंद, अधिशासी अभियंता, जलकल विभाग