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Gaziabad: आठ हजार औद्योगिक इकाइयों से हाउस और सर्विस टैक्स नहीं वसूलेगा
गाजियाबाद: नगर निगम शहरी क्षेत्र की आठ हजार औद्योगिक इकाइयों से हाउस और सर्विस टैक्स नहीं वसूलेगा. औद्योगिक क्षेत्र निगम की सीमा से बाहर हो गए हैं. ऐसे में निगम अब औद्योगिक क्षेत्र में विकास कार्य भी नहीं कराएगा. राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) औद्योगिक क्षेत्र से शुल्क वसूलने के बाद रखरखाव और अन्य कार्य कराएगा. इस संबंध में शासन से अधिसूचना जारी हो गई है.
औद्योगिक इकाइयों से हाउस और सर्विस टैक्स निगम वसूल कर रहा था. वसूली की रकम का 60 फीसदी हिस्सा औद्योगिक क्षेत्र के विकास कार्यों पर खर्च किया जा रहा था. हालांकि, निगम की सुविधाएं से कुछ उद्यमी संतुष्ट नहीं थे. वह उद्योग बंधुओं की बैठक में विकास कार्य कराने की मांग करते थे. अब आठ हजार उद्योगों को निगम की सीमा से बाहर कर दिया गया है. इसकी अधिसूचना जारी कर दी है.
प्रमुख सचिव अनिल कुमार सागर ने पत्र जारी कर बताया कि अधिसूचना 25 के प्रकाशित किए जाने से उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सभी औद्योगिक क्षेत्र नगर निकाय और जिला पंचायत की परिधि से बाहर हो गए हैं. यूपीसीडा द्वारा सभी औद्योगिक क्षेत्र के आवंटियों से शुल्क आदि लेकर स्वयं वित्त पोषण के आधार पर सभी सुविधाएं दी जाएगी.
सिटी जोन में 2238 औद्योगिक इकाइयां विजयनगर जोन में साउथ साइड जीटी रोड पर 331 औद्योगिक इकाई हैं. इस जोन से वर्ष 2024-25 में 28,72,1904 रुपये की हाउस टैक्स की वसूली होनी थी. पिछले वित्त वर्ष का भी बकाया है. मोहननगर जोन के लोनी रोड पर 594, आनंद औद्योगिक क्षेत्र में 437, राजेंद्रनगर औद्योगिक क्षेत्र में 798 औद्योगिक इकाइयां हैं. जोन में कुल 1829 औद्योगिक इकाई हैं. जोन से वर्ष 2024-25 में 11, 24, 56501 रुपये की टैक्स वसूली होनी थी. पूर्व के वित्त वर्ष का भी बकाया है. कविनगर औद्योगिक क्षेत्र में 1705 औद्योगिक इकाइयां हैं. इनमें कविनगर औद्योगिक क्षेत्र में 426, बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में 673, लोहा मंडी में 138, उद्योग कुंज में 26, पांडव नगर में 68, दुहाई में 364, मोरटा में दस औद्योगिक इकाई हैं.
पिछले वित्त वर्ष का बकाया निगम को इस जोन में वर्ष 2024-25 में 7,46,03648 रुपये का टैक्स वसूलना था. पिछले वित्त वर्ष का भी बकाया है. सिटी जोन में 2238 औद्योगिक इकाइयां हैं. इस जोन से नौ करोड़ से ज्यादा की टैक्स वसूली होनी थी. पिछले वित्त वर्ष का भी बकाया है. वसुंधरा जोन में 1852 औद्योगिक इकाइयां हैं. 22,29,50275 रुपये का टैक्स वसूला जाना था. पिछले वित्त वर्ष का भी बकाया है.