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- फिर से बढ़ने लगा गंगा...
हस्तिनापुर: खादर क्षेत्र में गंगा किनारे बसे गांव फतेहपुर प्रेम के समीप टूटे तटबंध को दुरुस्त करने के कोई प्रबंध अभी होते नजर नहीं आ रहे हैं। जबकि गंगा का जलस्तर दोबारा से बढ़ना शुरू हो गया है। जिससे फिर बाढ़ की आहट नजर आ रही है। भयभीत ग्रामीणों का कहना है कि अगर टूटे तटबंध को दुरुस्त नहीं किया गया तो इस बार हालात और भी ज्यादा खराब होंगे।
खादर क्षेत्र में गत 13 जुलाई को फतेहपुर प्रेम गांव के समीप से तटबंध टूट गया था। जहां से गंगा के पानी ने निकलकर तबाही मचाई और खादर क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए। शासन प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया, तुरंत पीएसी की फल्ड कंपनी के साथ एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में लगाई गई थी। करीब एक सप्ताह तक अदर क्षेत्र में तबाही मचाने के बाद गंगा की धारा शांत हुई और लोगों ने राहत की सांस ली थी,
परंतु टूटे तटबंध से अब भी गंगा का पानी बाहर की ओर निकल रहा है। ग्रामीणों को उम्मीद थी कि गंगा का जलस्तर कम होने पर टूटे तटबंध को प्रशासन स्तर से दुरुस्त किया जाएगा, परंतु पिछले चार दिन बीत चुके हैं। अभी टूटे तटबंध को दुरुस्त नहीं किया गया है।
जबकि गत शनिवार से एक बार फिर से गंगा के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है। बिजनौर बैराज पर तैनात अवर अभियंता पीयूष कुमार ने बताया कि शनिवार शाम पांच बजे गंगा का जलस्तर बिजनौर बैराज से एक लाख 15 हजार क्यूसेक चल रहा है। जो लगातार टूटे तटबंध से भी बाहर निकल रहा है।
24-25 को मध्य बारिश के आसार
मोदीपुरम: गर्मी का प्रकोप जुलाई के महीने में लगातार बढ़ रहा है। बारिश होने के बाद भी मौसम में उमस बनी हुई है। हालांकि मौसम विशेषज्ञ 24 और 25 जुलाई को बारिश होने की संभावना जता रहे हैं। बढ़ती गर्मी के कारण लोग अपने घरों के अंदर कैद है। सूरज की लगातार बढ़ रही तपिश के कारण गर्मी का एहसास दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को बेहद सावधानी बरतनी होगी। उधर, सूरज की बढ़ती तपिश के कारण आई फ्लू की भयंकर बीमारी फैलने लगी है।
बच्चों से लेकर बुजुर्गों और महिलाओं एवं नौजवान में यह बीमारी लगातार बढ़ रही है। इसलिए उसम का प्रकोप कम होने के बाद ही लोगों को राहत मिल सकेगी। राजकीय मौसम वैधशाला पर रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 78 एवं न्यूनतम आर्द्रता 61 प्रतिशत दर्ज की गई। गर्मी का बढ़ता प्रकोप अब लोगों को परेशान कर रहा है।
क्योंकि जुलाई के महीने में जिस तरह बारिश ने एक दशक का रिकॉर्ड तोडा है। ठीक उसी तरह गर्मी भी इस महीने में रिकॉर्ड तोड़ रही है। इसलिए इस महीने में लोग बीमारी का भी शिकार हो रहे हैं। हालांकि बढ़ती गर्मी के कारण लोग दिन निकलते ही अपने घरों के अंदर कैद हो जाते हैं और शाम होने पर ही बाहर निकलते हैं। इससे बाजारों और हाइवे पूरी तरह सुनसान नजर आते हैं। मौसम विशेषज्ञ डा. यूपी शाही का कहना है कि बारिश 24 और 25 जुलाई को मध्यम होगी।