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उत्तर प्रदेश
गंगा विलास ने बनारस के मल्लाहों की चिंता बढ़ाई, सरकार चुुप
Shantanu Roy
13 Jan 2023 12:11 PM GMT
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बड़ी खबर
वाराणसी। दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास ने बनारस के उन मल्लाहों की चिंता बढ़ा दी है जिनकी ज़िंदगी में पहले से ही हज़ारों झंझावत हैं। बनारस की गंगा में करीब आधा दर्जन क्रूज पहले से ही चलाए जा रहे थे और अब एक नए विशाल क्रूज को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 13 जनवरी, 2023 को हरी झंडी दिखाने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस क्रूज के संचालन से पर्यटन उद्योग को नई रफ्तार मिलेगी, लेकिन मल्लाहों को लगता है कि भाजपा सरकार उनकी आजीविका की नाव पूरी तरह डुबो देने पर तुली है। यह लग्ज़री क्रूज भारत और बांग्लादेश के पांच राज्यों में 27 नदी प्रणालियों में करीब 3,200 किमी की दूरी तय करेगा। एमवी गंगा विलास क्रूज को दुनिया के सामने देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए लग्ज़री सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। इस क्रूज पर सवार पर्यटक यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम के अलावा बांग्लादेश के शहरों में 50 से अधिक विश्व विरासत स्थलों की सैर करेंगे।
36 पर्यटकों की क्षमता वाले इस क्रूज में 18 सुइट्स हैं, जिन्हें 38-38 लाख रुपये में बुक किया गया है। हर यात्री को 13 लाख रुपये चुकाने होंगे। इनक्रेडिबल बनारस पैकेज की कीमत 1 लाख 12 हज़ार रुपये है। इस पैकेज में गंगा घाट से लेकर रामनगर तक का पर्यटन भी शामिल है। बनारस में एक दिन की यात्रा का किराया 300 डॉलर यानी करीब 25 हज़ार रुपये है। कोलकाता से बनारस पैकेज का किराया 4,37,250 रुपये हैं, जबकि कोलकाता से बांग्लादेश की राजधानी ढाका तक की यात्रा के लिए भी इतने ही रुपये चुकाने होंगे। कोलकाता से मुर्शिदाबाद राउंड ट्रिप के लिए 2,92,875 रुपये देने होंगे। इस क्रूज से सरकारी तंत्र भले ही उत्साहित है, लेकिन बनारस के मल्लाह खासे नाराज़ हैं। साल 2018 में जब बनारस की गंगा में पहली मर्तबा अलखनंदा क्रूज उतारा गया था तब भी मल्लाहों ने कड़ा विरोध किया था। उस समय करीब 18 दिनों तक गंगा में नावों का संचालन बंद रहा।
Shantanu Roy
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