उत्तर प्रदेश

बिजली मीटर की खरीद में 'खेल', MD ने बैठाई जांच, Lucknow: न कोई टेस्ट, न ही मानक

Admin4
28 Jun 2022 4:37 PM GMT
बिजली मीटर की खरीद में खेल, MD ने बैठाई जांच, Lucknow: न कोई टेस्ट, न ही मानक
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लखनऊ स्थित मध्यांचल विद्युत निगम में मानकों के विपरीत मीटर खरीद के लिए गलत कंपनी को टेंडर देने का मामला सामने आया है. आरोप है कि विभाग के अधिकारियों ने मीटर से बिजली चोरी किए जाने वाले टेस्ट के मानकों को ताक पर रखकर कंपनी को नए मीटर लगाने का टेंडर देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. हालांकि, खुलासा होने के बाद ही अब पूरे मामले की जांच की जा रही है.

जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश मध्यांचल विद्युत वितरण निगम में मीटर सप्लाई के लिए कंपनियों का टेंडर आमंत्रित किया गया था, जिसमें 12 कंपनियों ने हिस्सा लिया था. सभी कंपनियों के मीटर के सैंपल CPRI भोपाल जांच के लिए भेजे गए, जहां 200 तरीके से जांच की जाती है. आरोप है कि टेस्ट में फेल होने के बावजूद कई कंपनी को फायदा दिया जा रहा है.

आरोप है कि MEDCO/2609 का टेंडर हुआ था, जिसमें मॉडर्न ट्रांसफॉर्मर लिमिटेड गाजियाबाद में ADS लैब टेस्ट की रिपोर्ट लगाई है, जबकि जांच करने पर उसकी टेस्ट रिपोर्ट सस्पेंड मिला है. इसमें जो लैब टेस्ट कोड दर्ज किया गया है, वो कोल मिनिरल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर दर्ज है.

जबकि ADS लैब टेस्ट गाज़ियाबाद का कोड 552 है, जो सस्पेंड है. इस तरह से फर्जी दस्तावेज लगाकर अधिकारियों की नाक के नीचे काम हो रहा है. मीटर में चोरी न हो सके इसके लिए CBIP 325 मैगनेटिक टेस्ट पास होना जरूरी है, जिससे मीटर बिजली चोरी रोकी जाती है.

शिकायतकर्ता राकेश सिंह के मुताबिक, विद्युत वितरण निगम सभी नियमों को तक पार रख कर मीटर लगाने का टेंडर एक ऐसी कंपनी को दिया जाना सुनिश्चित हुआ है, जो मीटर सप्लाई की होने वाली जांच के सभी मानकों को पूरा नहीं करते हैं, यही नहीं कंपनी ने फर्जी कंपनी के नाम पर कागज भी जाली बनवाकर विभाग में लगाए है. शिकायतकर्ता ने मध्यांचल विद्युत निगम के एमडी को चिट्ठी देकर टेंडर प्रक्रिया के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है.

इस मामले में मध्यांचल विद्युत निगम के एमडी भवानी सिंह खंगरौत ने कहा कि इसकी जांच की जा रही है और कमेटी तैयार की गई है, टेंडर की प्रक्रिया निष्पक्षता से होगी. किसी से कोई पक्षपात नहीं किया जाएगा. टेंडरिंग कमेटी अगर नियमों का पालन नहीं करती है तो समिति के सदस्यों के विरुद्ध कार्रवाई होगी

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