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टीकाकरण के लिए संभाला मोर्चा, पड़ोसी-दोस्तों के भी लगवाई वैक्सीन

ताजनगरी के युवाओं ने सोशल मीडिया और काउंसिलिंग से लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया। इसका असर भी हुआ और जिले में अब तक 73 लाख से अधिक डोज लग चुकी हैं।
आगरा जिले में ऐसे भी जागरूक युवा हैं, जिन्होंने खुद तो कोरोना से सुरक्षा कवच अपनाया ही पड़ोसी, परिचित और रिश्तेदारों को भी वैक्सीन के लिए प्रेरित किया। सोशल मीडिया और काउंसिलिंग का भी सहारा लिया। इसका असर भी हुआ और जिले में अब तक 73 लाख से अधिक डोज लग चुकी हैं।
जिला टीकाकरण प्रभारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि तेजी से टीकाकरण में युवाओं की सक्रिय भूमिका रही। इसी के चलते आगरा में 73,01,745 डोज लगे हैं। इनमें से 38,61,238 को पहली और 33,69,333 को दूसरी डोज लग चुकी है। 71,174 लोग तीसरी खुराक भी लगवा चुके हैं। 12 से 14 साल तक के 1.48 लाख बच्चों और 15 से 17 साल के 5.08 लाख किशोर-किशोरियों को टीका लग चुका है।
नगला हवेली निवासी सौरभ चौधरी ने बताया कि पास में ही घनी आबादी है और टीका लगवाने से डर रहे थे। उनकी काउंसिलिंग करवाने के साथ ही अपने वाहन में बिठाकर टीका शिविर लेकर गया। इससे और भी प्रेरित हुए। आसपास के सभी लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है।
गांव के लोगों को प्रेरित किया
खंदारी के श्रेय सारस्वत ने बताया कि पहली लहर में उनके गांव खंदौली और आसपास के क्षेत्र में काफी संख्या में संक्रमित निकले। टीकाकरण शुरू होने पर पूरे परिवार ने टीका लगवाया। गांव के लोगों को भी टीके की महत्ता बताकर प्रेरित किया। सीएचसी पर उनको लेकर भी गया।
परिचितों को टीका लगवाया
दिल्ली गेट निवासी तनिष्का मित्तल ने बताया कि वैक्सीन के नाम पर शुरू में कई अफवाह फैलीं। जब अखबार के जरिये भ्रम दिमाग से निकल गए तो खुद टीका लगवाया और अपने सभी परिचितों को भी वैक्सीन लगवाई। आसपास के सभी लोगों को टीका लग चुका है।
दोस्तों को भी जागरूक किया
कमला नगर के शेष निकुंज ने बताया कि टीके की सुई से डर लग रहा था, लेकिन कब सुई लगी पता ही नहीं चला। फिर तो दूसरी डोज जोश से लगवाई। अपने सहपाठियों को फोन कर बताया कि मैंने तो वैक्सीन लगवा ली, कोई दर्द भी नहीं हुआ, तुम भी लगवा लो।
लोगों के भ्रम को दूर किया
डिफेंस इस्टेट के माधव ने बताया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी से उनके कई दोस्त टीके से बच रहे थे। परिजन भी जागरूक नहीं दिखे। ऐसे में मैंने टीका लगवाया और उनके पास गया। कहा कि देखो मुझे टीका लगा है कोई परेशानी नहीं हुई, इससे उनका डर खत्म हुआ।