उत्तर प्रदेश

31 मई से 14 जून तक इन अभियानों के जरिए वोट बैंक जुटाने की प्लानिंग

Apurva Srivastav
30 May 2022 3:33 PM GMT
31 मई से 14 जून तक इन अभियानों के जरिए वोट बैंक जुटाने की प्लानिंग
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31 मई से 14 जून तक इन अभियानों के जरिए वोट बैंक जुटाने की प्लानिंग जल्द मिशन 2024 की तैयारियों में जुटेगी बीजेपी और योगी सरकार

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दखल के बाद पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने सोमवार को अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया और कहा कि उन्होंने कभी भी सिद्धू मूसेवाला को गैंगस्टरों के साथ नहीं जोड़ा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को डीजीपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मूसेवाला के बारे में दिए गए बयान पर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया था।

डीजीपी ने कहा कि वह सिद्धू मूसेवाला का दिल से सम्मान करते हैं और वह पंजाब के प्रसिद्ध कलाकार और संस्कृति के प्रतीक हैं। डीजीपी ने मूसेवाला के कत्ल की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि मामले की जांच जारी है और अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर इंसाफ दिलाया जाएगा। डीजीपी ने आगे कहा कि उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि मूसेवाला गैंगस्टर है या गैंगस्टरों से जुड़े हैं। सोशल मीडिया पर अलग-अलग गैंगस्टर सिद्धू मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी लेने के दावे और जवाबी दावे हो रहे हैं।
डीजीपी ने आगे बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े गोल्डी बराड़ ने इस कत्ल की जिम्मेदारी ली है। कत्ल के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। डीजीपी ने कहा कि मीडिया ने उनके बयान को गलत ढंग से पेश किया है, जबकि वह मूसेवाला का दिल से सम्मान करते हैं।
हाईकोर्ट के मौजूदा जज करेंगे जांच
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर गायक शुभदीप सिंह सिद्धू के कत्ल केस की जांच के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के मौजूदा जज की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग के गठन का एलान किया है। मुख्यमंत्री ने गायक के पिता बलकार सिंह सिद्धू की विनती को स्वीकार किया और कहा कि राज्य सरकार पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से इस मामले की मौजूदा जज से जांच करवाने की विनती करेगी। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जैसी किसी भी केंद्रीय एजेंसी को शामिल करने समेत इस जांच आयोग के साथ पूरा सहयोग सुनिश्चित बनाएगी।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार इस घृणित अपराध के दोषियों को सलाखों के पीछे डालने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने पुलिस को इस मामले की तत्काल और नतीजामुखी जांच करने का पहले ही निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि गायक की सुरक्षा में कटौती के सभी पहलूओं की भी जांच की जा रही है और अगर कोई कोताही मिली तो उसकी जिम्मेदारी यकीनी तौर पर तय की जाएगी।
सिद्धू मूसेवाला की दुखदायी और असमय मृत्यु पर गहरे सदमे और दुख को प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवंगत गायक पंजाब का एक प्रसिद्ध चेहरा और सभ्याचार का प्रतीक था। भगवंत मान ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी और कहा कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने परिवार के साथ दुख साझा किया और दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में शाश्वत निवास देने और पीड़ित परिवार को यह न पूरा होने वाला घाटा सहन करने का बल प्रदान करने की ईश्वर के समक्ष प्रार्थना की।
जांच के लिए हाईकोर्ट को लिखा पत्र
सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के मौजूदा जज से कराने के राज्य सरकार के फैसले के बाद सोमवार को इस संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी गई। पंजाब सरकार के गृह विभाग ने हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को पत्र भेजा है, जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान की ओर से आग्रह किया गया है कि इस पत्र को तुरंत चीफ जस्टिस के ध्यान में लाते हुए उपरोक्त मामले की जांच मौजूदा जज को सौंपी जाए।


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