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साफ-सफाई से लेकर प्रकाश व्यवस्था तक बुरी तरह से चरमराई, सुविधाओं को तरसता वीआईपी वार्ड
मेरठ न्यूज़: इस्माइल नगर के नाम से बने वार्ड-70 का प्रतिनिधित्व इकराम चौधरी कर रहे हैं। जो जिला योजना में सदस्य भी बनाए गए हैं। शाहनत्थन, छत्ता अन्तराम तीरग्रान, इस्माइल नगर, तोपचीवाड़ा, साबुनग्रान, नक्कारचियान, पंडियान, दारूदग्रान, महमूद उलहक रोड, लाल कुआं आदि मोहल्लों तक फैले इस वार्ड में करीब 12 हजार वोटर हैं। मेरठ में मेयर के रूप में प्रतिनिधित्व कर चुके हाजी शाहिद अखलाक से लेकर उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सिंचाई मंत्री रह चुके डॉ. मेहराजुद्दीन अहमद, शहर काजी जैनुल आबेदीन समेत अनेक वीआईपी लोगों के आवास इसी वार्ड के अंतर्गत हैं। शहर की पुरानी कोतवाली भी इसी वार्ड का हिस्सा है।
किसी समय पर मेरठ तहसील भी इसी वार्ड में हुआ करती थी, जिसमें आजकल आयुर्वेदिक यूनानी अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। वार्ड को लेकर चौधरी गुलफाम, मोहम्मद सादिक, पंडित दिनेश चंद जोशी, मोहम्मद यामीन, मोहम्मद आसिफ राव, मारूफ गाजी आदि से बात की गई। वार्ड के लोगों का कहना है कि यह वार्ड मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। इस वार्ड में पाइप लाइन कब बिछाई गई थी, यह क्षेत्र की युवा पीढ़ी तो छोड़िए बुजुर्गों को भी याद नहीं है। वार्ड के लोगों का कहना है कि जो नए कनेक्शन दिए जाते हैं, उसकी खुदाई करके सड़क को ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। इस लाइन की कभी साफ-सफाई करने की कोई जरूरत नहीं समझी गई। पाइप लाइन किस अवस्था में है, इसके निरीक्षण का नगर निगम के पास में कोई माध्यम नहीं है। लोगों का यहां तक कहना है कि घरों में आने वाला पानी बेहद गंदा होता है। उसमें मिट्टी और गोबर तक भरा रहता है।
ऐसे पानी को पीने के लायक नहीं समझा जाता। वार्ड के लोग पीने के पानी को या तो दूसरे माध्यमों से प्राप्त करते हैं, या इस पानी को साफ करने के लिए अपने अपने घरों में फिल्टर और औरों का प्रयोग करना पड़ता है गली पंड्या में साफ-सफाई से लेकर प्रकाश व्यवस्था तक बुरी तरह चरमराई हुई है। पूरी गली में एकमात्र खंभा है। जिस पर कोई लाइट नहीं लगी हुई है, मोहल्ले के लोगों ने अपने घरों पर बल्ब आदि लगाकर रोशनी का इंतजाम किया हुआ है। पंडियान मोहल्ले में एक प्राचीन शिव मंदिर है, जिसमें पूजा पाठ के लिए आने जाने वालों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्योंकि मंदिर तक पहुंचने के लिए जितने भी रास्ते हैं उनमें साफ-सफाई नाम की कोई चीज नहीं है। इस मोहल्ले की पुलिया टूटी पड़ी है। इसके अलावा गलियों में प्रकाश की व्यवस्था भी नहीं है।
इस्माइल नगर निवासी मोहम्मद यामीन का कहना है कि कई बार ऐसे अवसर आए हैं कि लोगों की परेशानी को देखते हुए पार्षद ने अपनी निधि से कई छोटे-मोटे कार्य कराए हैं। जिनका नगर निगम से कोई संबंध नहीं रहा है। छोटे मियां बिल्डिंग वाली गली में नाली और खड़ंजा की दुर्दशा लोगों के घरों में पानी भरने का कारण बन जाती है। प्यारी वाली मस्जिद की गली में लंबे समय से अंधेरा छाया हुआ है। राजपूत समाज से मोहम्मद आसिफ राव बताते हैं बल्लू पंडित के मकान के सामने पुल जर्जर अवस्था में आ चुका है। कोतवाली से लिसाड़ी गेट जाने के लिए यही एकमात्र मार्ग है। जिससे बुढ़ाना गेट, कोतवाली आदि से होकर भूमिया पुल की ओर जाने वाले अधिकारियों के वाहन गुजरते हैं। अंग्रेजों के समय के बने हुए इस पुल की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है। पुल के ऊपर दोनों ओर नाले बना दिए गए हैं। जिनमें बहने वाले पानी का रिसाव नीचे तक पहुंचकर पुल को खतरनाक स्थिति में पहुंचाता जा रहा है, लेकिन बार-बार ध्यान दिए जाने के बावजूद अधिकारियों ने इस पुल की मरम्मत कराने का कोई उपक्रम नहीं किया है। इसके विपरीत पुल के ऊपर ट्रांसफार्मरों का इतना बोझ लाद दिया गया है, कि यह पुल कभी भी ध्वस्त होकर पूरे क्षेत्र के आवागमन को बंद कर सकता है इस दौरान किसी बड़े हादसे की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
पार्षद का कथन: नगर निगम में वार्ड-70 का प्रतिनिधित्व कर रहे पार्षद इकराम चौधरी से जब क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों और समस्याओं पर बात की गई, तो उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से लेकर शासन-प्रशासन स्तर तक किए गए पत्राचार का पुलिंदा पेश कर दिया। उन्होंने निगम प्रशासन पर क्षेत्र के साथ भेदभाव करने के गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि इसी भेदभाव के चलते वार्ड के लोगों को सामान्य तौर पर होने वाली साफ-सफाई, पुलिया निर्माण, टूटे रास्तों की मरम्मत जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित रखा गया है। पार्षद इकराम चौधरी ने अधिकारियों को लिखे गए पत्र ही नहीं दिखाए, बल्कि खुद वार्ड के विभिन्न मोहल्लों में साथ जाकर समस्याओं से रूबरू कराने में भी गुरेज नहीं किया। उनका कहना था कि जनता से लेकर अधिकारियों के सामने इस वार्ड के साथ किए गए सौतले व्यवहार की बात आनी ही चाहिए।