उत्तर प्रदेश

गोरखपुर विश्वविद्यालय में चार वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम अगले सत्र से

Admindelhi1
30 May 2024 9:05 AM GMT
गोरखपुर विश्वविद्यालय में चार वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम अगले सत्र से
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झाँसी: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में चार वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम शुरू हो जाएगा. उसके बाद विद्यार्थी इंटर करने के बाद ही बीएड कर सकेंगे. यह कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को बीएड व स्नातक की डिग्री मिलेगी. इसके लिए डीडीयू प्रशासन ने एनसीटीई में आवेदन कर दिया है.

डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विश्वविद्यालय के स्नातक व बीएड दोनों एक साथ करने का मौका मिलेगा. बीए-बीएड पाठ्यक्रम एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के नाम से जाना जाएगा. इंटर पास होने के बाद ही उनके लिए शिक्षण के क्षेत्र में रोजगार के विकल्प मिलने लगेंगे. इससे पूर्वांचल के विद्यार्थियों का शिक्षक-शिक्षा के आकर्षण बढ़ेगा. इस अवसर पर शिक्षाशास्त्रत्त् विभाग की अध्यक्ष प्रो. सरिता पांडेय, प्रो. सुषमा पांडेय और प्रो. राजर्षि गौड़ आदि मौजूद रहे.

100-100 सीटों के लिए किया आवेदन बीएड चार वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए 50-50 सीटों की यूनिट यूजीसी द्वारा तय की गई है. डीडीयू प्रशासन ने मजबूत फैकल्टी और संसाधान के आधार पर कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय में दो-दो यूनिट के लिए आवेदन किया है. यानी डीडीयू में तीनों विषयों के लिए 100-100 सीटें मांगी गई है.

कला, विज्ञान व वाणिज्य के लिए आवेदन दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि चार साल के इस पाठ्यक्रम में कला, विज्ञान व वाणिज्य स्नातक के लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम होंगे. स्नातक कला के विद्यार्थियों के लिए बीए-बीएड, स्नातक विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए बीएससी-बीएड और स्नातक वाणिज्य के विद्यार्थियों के लिए बीकॉम-बीएड पाठ्यक्रम का संचालन होगा.

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