उत्तर प्रदेश

परिक्रमा मार्ग चौड़ीकरण की जद में चार हजार वृक्ष

Admin Delhi 1
21 July 2023 4:57 AM GMT
परिक्रमा मार्ग चौड़ीकरण की जद में चार हजार वृक्ष
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फैजाबाद न्यूज़: रामपथ, भक्तिपथ, जन्मभूमिपथ, धर्मपथ के बाद अब पंच कोसी और 14 कोसी परिक्रमा मार्ग पर चौड़ीकरण की तैयारियां शुरू हो गई है. परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण की जद में रामायणकालीन वृक्ष के साथ-साथ पिछले दो दशक में किया गया पौधारोपण भी आ रहा है.

एक बार सर्वे होने के बाद पुन वन विभाग और पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम परिक्रमा मार्ग का सर्वे कर रही है. पहली बार हुए सर्वे में लगभग चार हजार वृक्ष कटान के दायरे में आए थे. मंडलायुक्त के निर्देश पर दूसरी बार इस लिए सर्वे कराया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक वृक्षों को बचाया जा सके.

राममंदिर निर्माण के साथ ही पथों से हरियाली भी गायब होती जा रही है. एक तरफ लोगों को पौधारोपण के लिए प्रेरित किया जा रहा है तो दूसरी तरफ हरियाली के लिए लगे वृक्षों को काटा जा रहा है. विकास के नाम पर दशकों पुराने वृक्ष को काटने की तैयारी शुरू हो गई है.दोनों परिक्रमा पथों पर विगत वर्षों में इस लिए रामायणकालीन पौधों का रोपण किया गया था. फिलहाल पंचकोसी और 14 कोसी परिक्रमपथ को 20 मीटर चौड़ा बनाया जाना है. प्रभागीय वनाधिकारी सितांशु पांडेय ने बताया कि मंडलायुक्त के निर्देश पर संयुक्त टीम दोबारा सर्वे कर रही है, जिससे अधिक से अधिक वृक्षों, पेड़ों को बचाया जा सके.

आत्मा योजना के तहत हुई धान की रोपाई

किसानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करके उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत सरकार की ओर से आत्मा योजना के तहत धान सीओ 51 प्रदर्शन की रोपाई ग्राम मकनगंज मजरे जखौली में रमेश चंद्र धीमान के खेत में खंड तकनीकी प्रबंधक आशीष कुमार वर्मा ने कराई.

इस योजना में लाइन से लाइन और पौध से पौध की दूरी 15 गुणा 15 सेंटी मीटर रहती है. जिससे पौधों को प्रकाश और हवा का संचार बेहतर मिलता है, इस विधि द्वारा एक वर्ग मीटर में 50 स्थानों पर पौधो की रोपाई की जाती हैं. इस प्रजाति से एक हेक्टेयर खेत में 60 से 65 क्विंटल धान की उपज होती हैं. यह (कामन) महीन प्रजाति का धान है, जिसका चावल सांभा मंसूरी से खाने में बेहतर होता है. इस दौरान बीटीएम आशीष कुमार वर्मा, बलदेव धीमान, सतीश वर्मा, राम प्रेस यादव, पवन कुमार व अन्य मौजूद रहे.

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