उत्तर प्रदेश

15 हजार करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े से संबंधित मामले में चार और आरोपी गिरफ्तार

Admin4
10 Jun 2023 2:08 PM GMT
15 हजार करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े से संबंधित मामले में चार और आरोपी गिरफ्तार
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पीलीभीत। खुद के साथ हुई दरिंदगी का मुकदमा दर्ज कराने के लिए पहले पीड़िता को चक्कर लगाने पड़े। अब एसपी के आदेश पर जैसे-तैसे सुनगढ़ी पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली, लेकिन अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। आरोप है कि शोहदा सुलह का दबाव बनाते हुए लगातार धमकी दे रहा है। जिससे उसकी जान को खतरा बना हुआ है। एसपी से शिकायत कर पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाई है।
सुनगढ़ी क्षेत्र की रहने वाली एक दुष्कर्म पीड़िता ने एसपी को शिकायती पत्र देकर बताया कि उसे मिठाई में नशीला पदार्थ देकर दुष्कर्म किया गया था। बरखेड़ा क्षेत्र के प्रतापपुर गांव निवासी गुरु वर्मा ने घटना की थी। पीड़िता की अश्लील वीडियो भी बना ली थी। जिसे वायरल करने का डर दिखाकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए। आरोप था कि असम पुलिस चौकी पर एक पुलिसकर्मी ने आरोपी से मिलकर उसे एक गोली खिलाई जिससे गर्भपात हो गया था। इस मामले में कई चक्कर लगाने के बाद सुनगढ़ी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी।
कई दिन बीतने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं की गई है। आरोप लगाया कि शोहदा व उसके परिवार वाले सुलह का दबाव बना रहे हैं। धमकी दी जा रही है कि अगर समझौता नहीं किया तो पीड़िता व उसके पिता दोनों को मार दिया जाएगा। जिससे पूरा परिवार डरी सहमी हालत में है। ऐसे में आरोपी की गिरफ्तारी कराने की मांग की गई।नोएडा। नोएडा में आम लोगों के मूल दस्तावेज छलपूर्वक हासिल करके फर्जी कंपनियां खोलकर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा करने के मामले में चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले दो जून को पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को पकड़ा था, जिनमें से सात को तीन दिन की हिरासत में रखा गया था। इन सात आरोपियों से पूछताछ के बाद चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से भारी मात्रा में मोबाइल फोन के सिम, नोट गिनने की 2 मशीन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं। पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) हरिश चंदर ने बताया कि 15 हजार करोड़ से ज्यादा के जीएसटी ठगी करने के मामले में पहले गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों को थाना सेक्टर-20 पुलिस ने हिरासत में लिया था।
उन्होंने बताया कि आरोपियों से गहनता से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें राजीव और राहुल नामक दो लोग फर्जी सिम उपलब्ध करवाते थे, जिसके जरिए उन्होंने फर्जी कंपनियां खोलकर अरबों रुपये की ठगी की। चंदर ने बताया कि जांच के दौरान पता चला इस गैंग के साथ गौरव तथा गुरमीत नामक दो लोग जुड़े हुए हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आज गौरव, गुरमीत, राजीव तथा राहुल को गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी ने बताया कि नोएडा पुलिस ने फर्जी कंपनियों में जीएसटी रिफंड करके फर्जीवाड़ा करने वाले आठ आरोपियों को कुछ दिन पूर्व गिरफ्तार किया गया था। अब तक की जांच में जीएसटी नंबर वाली 3060 कंपनियों का पता चला है। इनमें 247 कंपनियां उत्तर प्रदेश के पते पर खोली गई हैं। पुलिस और जीएसटी विभाग के अधिकारी 15 हजार करोड़ से ज्यादा का फर्जीवाड़ा मान रहे हैं।
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