उत्तर प्रदेश

भीषण सड़क हादसे में चार की मौत, एक अन्य गंभीर रूप से घायल

Rani Sahu
10 Sep 2022 10:50 AM GMT
भीषण सड़क हादसे में चार की मौत, एक अन्य गंभीर रूप से घायल
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ऋषिकेष, महाराष्ट्र से देवदर्शन की यहां पहुंचे पांच दोस्तों की जिदंगी एक हादसे ने बदल दी। हरिद्वार से बद्रीनाथ के लिए निकले इन यात्रियों में से सड़क हादसे में चार की मौत हो गई है। एक अन्य गंभीर रूप से घायल है।
बता दें कि महाराष्ट्र के रहने वाले रविंद्र चव्हाण अपने चार दोस्तों के साथ बद्रीनाथ के दर्शन को निकले थे। हरिद्वार में रात गुजारने के बाद जब उन्होंने बद्रीनाथ के लिए सफर शुरू किया तो महज 45 मिनट में ही उनकी पूरी जिदंगी बदल गई। कुछ दूर पहुंचते ही भीषण सड़क हादसे में रविंद्र ने अपने चारों दोस्तों को खो दिया।
यह हादसा ऋषिकेष-बदरीनाथ मार्ग पर ब्रह्मपुरी के पास हुआ। हालांकि पांचों दोस्तों में रविन्द्र चव्हाण व कार चालक कविंद्र सिंह इस हादसे में बच गए हैं। रविंद्र गंभीर रूप से घायल हैं और एम्स ऋषिकेष में भर्ती हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि रविंद्र अपने साथियों के बारे में कुछ भी बताने में असमर्थ हैं। इधर, कार चालक कविंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह यात्री आपस में दोस्त हैं और महाराष्ट्र के रहने वाले थे। पुलिस ने मृतकों की शिनाख्त के लिए उनके स्वजनों व परिचितों को फोन कर जानकारी ली है।
उप निरीक्षक सुनील पंत ने बताया कि उनकी रविंद्र की पत्नी से बात हुई जिससे पता चला कि रविंद्र के अलावा अन्य चार दोस्तों में शिवाजी बुधकर, पुरुषोत्तम दत्तात्रेय खिलकुटी, जितेश प्रकाश लोखंडे व धर्मराज शामिल थे। इनमें से मृतक शिवाजी बुधकर का परिवार उनके घर के पास ही रहता है।
पुलिस ने बताया कि बदरीनाथ मार्ग पर ब्रह्मपुरी के पास हुए हादसे को लेकर चालक कविंद्र सिंह से पूछताछ की गई। हालांकि कविंद्र को ज्यादा गंभीर चोंटें नहीं आई हैं। कविंद्र ने बताया कि वह गुरुवार को उखीमठ से हरिद्वार की सवारियां लेकर आया था। रात करीब दस बजे वह हरिद्वार पहुंचा। जहां खाना खाने के बाद रात 11 बजे वह वाहन में ही सो गया था।
कविंद्र ने बताया कि रात में उसने करीब पांच से छह घंटे की नींद ली और सुबह पांच बजे वापस जाने के लिए उठ गया। सुबह ही उसे बस अड्डे पर बद्रीनाथ के लिए पांच सवारियां मिल गई। छह बजे हरिद्वार से रवाना हो गए। ऋषिकेष से करीब 10 किमी आगे ब्रह्मपुरी के पास करीब पौने सात बजे अचानक उसे नींद की झपकी आ गई और फिर उसे नहीं पता चला और हादसा हो गया।

अमृत विचार।

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