उत्तर प्रदेश

वन विभाग ने चाइनीज मांझा के खिलाफ शुरू किया अभियान, कई जख्मी पक्षियों का रेस्क्यू जारी

Kunti Dhruw
23 Jan 2022 6:32 PM GMT
वन विभाग ने चाइनीज मांझा के खिलाफ शुरू किया अभियान, कई जख्मी पक्षियों का रेस्क्यू जारी
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चाइनीज मांझा (Chinese Manjha) इंसानों के साथ पशु पक्षियों को भी जख्मी कर रहा है.

मेरठ. चाइनीज मांझा (Chinese Manjha) इंसानों के साथ पशु पक्षियों को भी जख्मी कर रहा है. बीते दिनों मेरठ (Meerut) में वन विभाग ने कई पक्षियों का रेस्क्यू किया, जिनके लिए चाइनीज मांझा काल बन गया था. इसी को देखते हुए मेरठ में अब वन विभाग ने युवाओं की टीम के साथ मिलकर SAY NO TO CHINESE MANJHA अभियान चलाया है. यहां चाइनीज़ मांझा त्यागो' अभियान शुरू किया गया है. इसके जरिए वन विभाग ने लोगों को मांझे से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करना शुरू कर दिया है.

एनजीटी के आदेश के मुताबिक देशभर में नायलॉन, कांच व लोहा निर्मित पतंग की डोर/ मांझे के बनाने, बेचने, खरीदने पर प्रयोग करने पर पूर्ण प्रतिबंध है. पकड़े जाने पर जुर्माना व जेल का प्रावधान है, लेकिन फिर भी ये मौत का धागा मेरठ में धड़ल्ले से बिक रहा है. इसे लेकर बीते दिनों युवाओं की टीम एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी के कार्यालय पहुंची जहां प्रतिबंधित मांझे/ चाइनीज मांझे पर कार्रवाई तेज करने की अपील की. साथ ही एसएसपी कार्यालय पर एलआइयू अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपने के दौरान क्लब और वन विभाग ने 'पक्षियों को उड़ने दो, चाइनीज मांझा त्याग दो', 'जिंदगी चुनो, मांझा नहीं' जैसे नारे लगाए. डीएफओ मेरठ राजेश कुमार ने‌ बताया कि इस अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक, शपथग्रहण व हस्ताक्षर अभियान चलाकर समाज को मांझा ना प्रयोग करने की अपील की जाएगी.
गौरतलब है कि इस मांझे की वजह से कई बार लोगों की मौत तक हो गई. कई बार लोगों की गर्दन इस मांझे की वजह से कट गई. वाहन चलाते वक्त तो आए दिन लोग इस खूनी मांझे का शिकार होते हैं, लेकिन इस पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाती. इंसानों को तो चाइनीज़ मांझा अपनी चपेट में ले ही रहा है बेज़ुबानों पर भी ये कहर बनकर टूट रहा है.
बीते दिनों एक बेज़ुबान गिद्ध चाइनीज़ मांझे की वजह से ख़ून के आंसू रोया. ये बेज़ुबान कुछ बोल तो नहीं पाया, लेकिन वो इंसानों से सवाल पूछता नज़र आया कि उसका क्या कसूर. मेरठ कैन्ट क्षेत्र में सेन्ट मेरी पब्लिक स्कूल के पास खाली प्लाट में एक गिद्ध वन विभाग को घायल अवस्था में मिला था. मेरठ वन विभाग की टीम ने इस गिद्ध का रेस्क्यू किया.

डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि गिद्ध के पंख चाईनीज मांजे के कारण घायल हो गये थे. चोट के कारण गिद्ध उड़ नहीं पा रहा था, इसलिए घायल गिद्ध को कानपुर प्राणी उद्यान में इलाज के लिए भेजा गया है. ऐसे में अगर इस पर तत्काल एक्शन नहीं लिया गया तो ऐसे हादसे और होंगे.


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