उत्तर प्रदेश

पांच साल के मासूम को मरा समझकर फेंका था, कुंए से जिंदा निकला

Admindelhi1
11 March 2024 8:48 AM GMT
पांच साल के मासूम को मरा समझकर फेंका था, कुंए से जिंदा निकला
x
जाको राखे साइयां, मार सके न कोए.

बरेली: दरिंदे दुर्गेश कुमार ने पांच साल के मासूम को मरा समझकर कुंए में फेंका था लेकिन चालीस फीट गहरे सूखे कुंए में घंटों भूख प्यास से तड़पने के बाद भी मासूम सकुशल मिल गया. इसके बाद सबके मुंह से यही निकला कि जाको राखे साइयां, मार सके न कोए.

मासूम दोपहर घर के बाहर खेल रहा था. तभी आरोपी दुर्गेश की नजर उस पर पड़ी. गलत नीयत से उसने मासूम को पतंग दिलाने का लालच दिया और अपने साथ ले गया. बच्चे को जंगल में ले जाते आरोपी को उसके गांव के कुछ लड़कों ने देख लिया था. इससे वह डर गया. उसने बच्चे के गले में बंधे धागे से पकड़कर उसे कुंए में लटका दिया. लटकाते ही मासूम अचेत हो गया तो आरोपी ने उसे मरा समझ कुंए में ढकेल दिया. उधर बच्चे की तलाश में घरवाले और पुलिस परेशान थी. सीसीटीवी फुटेज से बच्चा आरोपी के साथ जाते दिख गया. सीसीटीवी फुटेज देखते ही बच्चे के माता-पिता आरोपी दुर्गेश को पहचान गए. पुलिस ने घेरेबंदी कर आरोपी दुर्गेश कुमार उर्फ अंग्रेजी को भीरपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास से दबोच लिया. पूछताछ में कहानी सुनकर पुलिस वालों के पसीने छूट गए. बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए जुटी पुलिस आरोपी के बयान से हताश हो गई. आनन-फानन में पुलिसकर्मी नीबी, भीरपुर के जंगल स्थित कुंए की तरफ भागे. कुंए में झांका तो मासूम के रोने की आवाज सुनकर पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली. आनन-फानन में रस्सी बांधकर एक व्यक्ति को नीचे उतारा गया. तब मासूम को बाहर निकाला गया. निर्जन और अंधेरे कुंए में भूख प्यास से बेहाल मासूम ने बाहर निकलने के बाद पुलिस अफसरों और घरवालों को देखा तो उसके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई. वह पिता के गले से लिपट गया.

अभिभावक बरतें यह सावधानी:

● छोटे बच्चे को अकेले घर से बाहर न जाने दें.

● बच्चे घर से बाहर हों तो उनपर नजर बनाए रहें.

● बच्चों को यह बताएं कि अंजान लोगों के साथ न जाएं.

● बाहरी व्यक्ति कुछ दे तो उसे न लें. उनके प्रलोभन में न फंसे.

घर में खुशी का माहौल: मासूम के लापता होने के बाद जहां दोपहर बाद से घर में कोहराम मचा था. माता-पिता बच्चे के साथ अनहोनी की आशंका से सहमे हुए थे. वहीं सुबह बच्चे के सकुशल मिलने के बाद उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है. मासूम अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है. उसके एक बड़ी बहन है. पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं.

मासूम के बगल में है आरोपी की बहन का घर: मासूम बच्चे के घर के बगल में आरोपी दुर्गेश कुमार की बहन का घर है. वह अक्सर अपनी बहन के घर आता-जाता था. इसके चलते मासूम के घर भी उसका आना-जाना था. इसलिए दोपहर जब उसने बच्चे को पतंग दिलाने का झांसा दिया तो उसके साथ चलने को तैयार हो गया.

आरोपी को गिरफ्तार कर अगवा बच्चे को 24 घंटे के अंदर सकुशल बरामद कर लिया गया है. आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.

-श्रद्धा नरेंद्र पांडेय,डीसीपी यमुनानगर.

Next Story