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बड़ी खबर
नोएडा। जिला अस्पताल, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) और जनपद के सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ वेलनेस सेंटर पर प्रथम निक्षय दिवस का आयोजन हुआ। जिम्स और सीएचसी दनकौर में इसका शुभारंभ जिला क्षय रोग अधिकारी डा. शिरीष जैन ने तथा नोएडा सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. पवन कुमार ने किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य केन्द्रों की ओपीडी में पहुंचे लोगों व आशा कार्यकर्ताओं के साथ आये टीपी संभावित रोगियों की टीबी की स्क्रीनिंग की गयी और उनके बलगम सैंपल लिये गये। जिला क्षय रोग अधिकारी ने जिम्स, सीएचसी दनकौर सहित कई स्वास्थ्य केन्द्रों का दौरा किया तथा स्वयं मरीजों को परामर्श दिया। बातचीत में उन्होंने बताया- टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है, नियमित उपचार से यह पूरी तरह ठीक हो जाती है। इसका पूरा उपचार होना जरूरी है। आधे-अधूरे उपचार से यह बिगड़ जाती है, इसलिए सभी पूरा उपचार लें। चिकित्सक के परामर्श के बाद ही दवा लेना बंद करें। उन्होंने कहा वह अपने आसपास के लोगों को भी टीबी के प्रति जागरूक करें और उन्हें प्रेरित करें कि टीबी जैसे लक्षण नजर आने पर तुरंत जांच अवश्य कराएं। उनका यह प्रयास टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में बहुत ही कारगर साबित होगा। जितना ज्यादा और जल्दी टीबी का नोटिफिकेशन होगा उतनी जल्दी टीबी उन्मूलन होगा।
डा. जैन ने निक्षय दिवस को एक सफल जागरूकता कार्यक्रम बताया, उन्होंने कहा निक्षय दिवस के आयोजन से निश्चित रूप से लोग जागरूक होंगे और क्षय उन्मूलन को सफल बनाने में यह कार्यक्रम सार्थक साबित होगा। उन्होंने बताया पहला निक्षय दिवस बहुत ही उत्साह पूर्वक मनाया गया। विभाग के जिला कार्यक्रम समन्वयक, सुपर वाइजर, पीपीएम कोऑर्डिनेटर, लैब टेक्नीशिय व सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) ने पूरे उत्साह के साथ निक्षय दिवस में अपना योगदान दिया। उन्होंने बताया - सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर आशा कार्यकर्ता संभावित मरीजों को लेकर जांच के लिए पहुची। समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या के सापेक्ष लगभग दस प्रतिशत मरीजों का बलगम जांच के लिए लिया गया। संभावित मरीजों की जांच, काउंसलिंग व उपचार के काउंटर तथा उनके बैठने के स्थान की अलग व्यवस्था की गयी थी। उन्होंने बताया सीएचओ द्वारा लिये गये सैंपल की जांच कर शीघ्र ही पॉजिटिव मरीजों का उपचार शुरू कर दिया जाएगा। डा. जैन ने अपील की है- यदि किसी भी व्यक्ति में टीबी के लक्षण जैसे- दो सप्ताह से अधिक खांसी, वजन कम होना, बुखार रहना, खांसते समय बलगम या खून आना, रात में सोते समय पसीना आना, सीने में दर्द रहना आदि हैं तो वह टीबी की जांच अवश्य कराएं । स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीबी की जांच और उपचार का प्रावधान है। सभी को इसका लाभ लेना चाहिए। देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के संकल्प को पूरा करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सक्रिय है। इसी क्रम में अब हर माह की 15 तारीख को समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी), सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निक्षय दिवस मनाया जाएगा। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश को भारत सरकार की ओर से 5.5 लाख क्षय रोगियों के नोटिफिकेशन का लक्ष्य दिया गया है।
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