उत्तर प्रदेश

डीएम की अध्यक्षता में सीएम डैश बोर्ड पर विकास कार्यों की पहली बैठक संपन्न

Gulabi Jagat
27 Sep 2023 11:17 AM GMT
डीएम की अध्यक्षता में सीएम डैश बोर्ड पर विकास कार्यों की पहली बैठक संपन्न
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अलीगढ़: जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में सीएम डैश बोर्ड के आधार पर माह अगस्त के लिए विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आहूत की गई। डीएम ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह पूरी सावधानी एवं सतर्कता के साथ परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स पर ध्यान देकर लक्ष्य प्राप्ति के लिए आगे बढ़ना है। उन्होंने सीडीओ को निर्देशित किया कि ऐसे विभाग जिनमें एक से अधिक अधिकारी या खण्ड हैं, उनमे से किसी एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया जाए। डीएम ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि आंकड़ों की पवित्रता एवं शुचिता को बनाए रखा जाए एवं डैश बोर्ड पर समय से आँकड़े भेजे जाएं। इस बात का भी विशेष ध्यान रखना है कि आंकड़े त्रुटिविहीन हों। तीन घण्टे चली बैठक में डीएम अधिकारियों को सीएम डैश बोर्ड की बारीकियों को समझाते नजर आए।

इन्द्र विक्रम सिंह जिला मजिस्ट्रेट ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सरकार की मंशा है कि संचालित योजनाओं का लाभ समयबद्धता के साथ पात्र व्यक्ति एवं परिवार को मिले। उन्होंने बताया कि 53 विभागों की 588 जनकल्याणकारी योजनाओं में 136 कार्य, योजना, परियोजना को फ्लैगशिप प्रोजेक्ट्स घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि जनपद की अच्छी एवं खराब रैंकिंग के लिए विभागीय अधिकारी को पूरी तरह से जिम्मेदार माना जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि स्थानांतरण एवं प्रोन्नति को भी सीएम डैश बोर्ड पर प्रदर्शित प्रगति को आधार बनाया गया है।




उन्होंने बताया कि प्रत्येक माह मासिक रैंकिंग जारी होने के एक सप्ताह बाद बैठक आयोजित होगी और रैंकिंग प्रत्येक माह की 15 तारीख को जारी होगी। डीएम ने बताया कि विकास कार्यों के लिए सीडीओ एवं राजस्व बिंदुओं के लिए शासन स्तर पर एडीएम वित्त को नोडल बनाया गया है। समीक्षा के दौरान राजस्व की स्थिति विकास एवं निर्माण परियोजनाओं की प्रगति के मुकाबले काफी बेहतर पाई गई। डीएम ने कहा कि जो परियोजनाऐं पूरी ही चुकीं हैं उन्हें विभाग के माध्यम से डैश बोर्ड पर परिलक्षित होना चाहिए। यदि जिले से भेजी गई सूचना, आंकड़े विभाग द्वारा संज्ञान नहीं लिया जा रहा है तो विभागीय नोडल अधिकारी से समन्वय स्थापित कर आँकड़े अपडेट कराएं।

बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सीएम डैशबोर्ड के शासनादेश को अच्छे से पढ़ लें। जिला एवं विभाग की रैंकिंग से वह कंफ्यूज ना हों। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिला अथवा मण्डल पर अब केपीआई यानी कीप परफॉर्मिंग इंडिकेटर्स पर रिव्यू किया जाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा राना, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मीनू राणा समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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