- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- कमिश्नरेट का पहला...
कमिश्नरेट का पहला चुनाव पुलिस के लिए ‘अग्निपरीक्षा’
गाजियाबाद न्यूज़: कमिश्नरेट लागू होने के बाद जिले में पहला नगर निकाय चुनाव होने जा रहा है. इसी के चलते पुलिस इसे अग्नि परीक्षा मानकर चल रही है. अधिकारियों का कहना है कि गली और मोहल्लों से लेकर मतदान बूथ तक सुरक्षा व्यवस्था का चक्रव्यूह बनाया गया है. इसके तहत अति संवेदनशील और अतिसंवेदनशील प्लस इलाकों में तीन स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. बवालियों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है.
पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने बताया कि निकाय चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. कमिश्नरेट में तैनात 62 सौ पुलिसकर्मियों के अलावा बाहरी जनपदों से होमगार्ड के 4800 जवान आएंगे. इसके अलावा 1250 उपनिरीक्षक, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल भी मिले हैं.
मतदान केंद्रों का सत्यापन कराया गाजियाबाद की 41वीं और 47वीं वाहिनी पीएसी के अलावा अन्य जनपदों से भी साढ़े चार कंपनी पीएसी कमिश्नरेट के लिए आवंटित हुई हैं. इस तरह 13 हजार से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे. पुलिस आयुक्त ने बताया कि एसएचओ स्तर से सभी मतदान केंद्रों का एसीपी स्तर से अतिसंवेदनशील और अतिसंवेदनशील प्लस मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराया गया था. उनके द्वारा कमिश्नरेट के सभी अतिसंवेदनशील प्लस मतदान केंद्रों पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया जा रहा है.
निरोधात्मक कार्रवाई की सिफारिश
कमिश्नरेट पुलिस ने बवालियों को चिह्नित कर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है. 11 हजार 969 लोगों को 107/16 के तहत निरुद्ध करने की रिपोर्ट भेजी गई है. 3600 बवालियों को मुचलका पाबंद कराया गया है. अब तक 6225 शस्त्रत्त् जमा कराए जा चुके हैं. शस्त्रत्त् जमा न करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कमिश्नर ने बताया कि अतिसंवेदनशील प्लस मतदान केंद्रों की संख्या 66 है. इन पर तीन स्तरीय सुरक्षा रहेगी. यहां पीएसी भी तैनात रहेगी. रूफ टॉप ड्यूटी लगाई जाएगी और क्यूआरटी मौजूद रहेगी. माहौल या मतदान प्रभावित करने की कोशिश करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.