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पुष्पांजलि हाइट्स में आग, सो रहे लोग जान बचाने को भागे
आगरा न्यूज़: 100 फुटा मार्ग दयालबाग स्थित पुष्पांजलि हाइट्स अपार्टमेंट में की रात एक एसी में लगी आग से अफरा-तफरी मच गई. सो रहे लोग जान बचाने को सीढ़ियों से भागे. फ्लैट नंबर 702 की बालकनी में रखे एसी आउटडोर यूनिट से उठी लपटों ने पहले फ्लैट नंबर 802 को चपेट में लिया. फ्लैट नंबर 803 में गीजर फट गया लेकिन गनीमत रही समय से पानी पड़ने से आग भड़की नहीं. फ्लैट नंबर 102 की बालकनी में रखा सामान भी जल गया. आग बुझाते समय दो दमकल कर्मियों की हालत बिगड़ गई. उन्हें भर्ती कराया गया.
घटना रात करीब सवा तीन बजे की है. 11 मंजिला इमारत पुष्पांजलि हाइट्स के पर्ल टॉवर में 88 फ्लैट हैं. सातवीं मंजिल पर फ्लैट नंबर 702 में राहुल भटनागर रहते हैं. बालकनी में ऑयल हीटर भी रखे थे. देखते ही देखते लपटों ने विकराल रूप धारण किया. लपटें ऊपर स्थित फ्लैट नंबर 802 की बालकनी तक पहुंच गईं. इस फ्लैट में राजीव सक्सेना, पत्नी निधि सक्सेना दो बेटियों सुकृति और वैभवी रहते हैं. बालकनी से सटा कमरे में पूजा घर बना है. आग बालकनी से कमरे में आई. पूरे घर में धुंआ भर गया.
अग्निशमन उपकरणों ने नहीं किया काम निधि सक्सेना ने बताया कि शोर शराबा हुआ. उनके अपार्टमेंट की किसी से घंटी बजाई. शोर हो रहा था. हर कोई नीचे भागकर जा रहा था. पति और बेटियों के साथ बाहर भागीं. अग्निशमन उपकरणों से काम नहीं किया. फ्लैट नंबर 102 राजीव गुप्ता का परिवार रहता है. ऊपर से जला हुआ सामान उनकी बालकनी में गिरा. आग लग गई. सर्वाधिक नुकसान फ्लैट नंबर 802 में हुआ है.
दमकल कर्मियों को भेजना पड़ा अस्पताल
आग की सूचना पर दमकल की एक गाड़ी बारह मिनट में पुष्पांजलि हाइट्स पहुंच गई थी. आग पर काबू पाने के दौरान दमकल कर्मी रामकेश और श्याम की हालत बिगड़ गई. एक घंटे तक फ्लैट के अंदर रुके थे. ऑक्सीजन मास्क पहन रखा था. इसके बावजूद धुंए के कारण हालत बिगड़ गई. अस्पताल में भर्ती कराया गया. अग्निशमन अधिकारी सोमदत्त सोनकर की भी तबीयत बिगड़ गई.
फायर फाइटिंग सिस्टम पर विरोधाभास
लाखों रुपये का फ्लैट खरीदने वाले पुष्पांजलि हाइट्स वालों के साथ धोखा हुआ है. बिल्डर के पास फायर की एनओसी तक नहीं है. इसी वजह से अग्निशमन विभाग द्वारा कभी मॉक ड्रिल नहीं की गई. मॉक ड्रिल होती तो पता चल जाता कि अग्निशमन उपकरण बेकार हैं. काम नहीं करते. उनमें सुधार कराया जाता.
अग्निशमन उपकरण काम कर रहे होते तो आग से फ्लैट नंबर 702 में इतना नुकसान नहीं होता. मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि पुष्पांजलि हाइट्स के पास फायर एनओसी नहीं है. तीन ब्लाक बने हैं. पर्ल ब्लाक 11 मंजिला है. इसमें 88 फ्लैट हैं. दो अन्य ब्लाक दस मंजिला हैं. इनमें 80-80 फ्लैट हैं. सिंह ने बताया कि पुष्पांजलि बिल्डर को नोटिस दिया जाएगा. दो दर्जन बहु मंजिला इमारतों में अग्निशमन के उपाय संतोषजनक नहीं हैं. वहीं पुष्पांजलि हाइट्स के मुख्य प्रबन्धक, लीगल अमर सिंह के मुताबिक ब्लाक-सी पर्ल टॉवर्स में फायर फाइटिंग सिस्टम सुचारू रूप से कार्यरत हैं. उक्त टॉवर में फायर फाइटिंग से सम्बन्धित कुछ पार्ट मैन्टीनेंस के अधीन था. वर्तमान में सम्पूर्ण फायर फाइटिंग सिस्टम सुचारू रूप से संचालित हैं.