उत्तर प्रदेश

कानपुर में नमकीन फैक्ट्री में आग लगने से मचीअफरातफरी, जान पर खेलकर लोगों को बचाया, देखें वीडियो

Renuka Sahu
4 March 2022 1:32 AM GMT
कानपुर में नमकीन फैक्ट्री में आग लगने से मचीअफरातफरी, जान पर खेलकर लोगों को बचाया, देखें वीडियो
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फाइल फोटो 

हरबंश मोहाल क्षेत्र के दानखोरी मोहल्ले में चल रहे नमकीन कारखाने में भीषण आग से भगदड़ मच गई।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हरबंश मोहाल क्षेत्र के दानखोरी मोहल्ले में चल रहे नमकीन कारखाने में भीषण आग से भगदड़ मच गई। चार मंजिला बिल्डिंग से उठ रहे धुएं के गुबार ने इलाके में दहशत फैला दी। सूचना पर फायर सर्विस स्टेशनों से छह गाड़ियां पहुंची। फायर सर्विस के जवानों ने बिल्डिंग की दूसरी और तीसरी मंजिल में फंसी महिलाओं, बच्चों को सीढि़यों के सहारे नीचे उतारा। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग से लाखों रुपये की संपत्ति जल गई।

नाखोरी मोहल्ला निवासी नमकीन कारोबारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता की नयागंज में फर्रुखाबाद नमकीन के नाम से दुकान है। परिवार में दो भाई रामेंद्र और गुड्डू गुप्ता हैं। चार मंजिला मकान के ग्राउंड फ्लोर में नमकीन का कारखाना है। इसमें लगी डीजल चालित भठ्ठियों पर करीब एक दर्जन कारीगर नमकीन तैयार कर रहे थे। गुरुवार शाम करीब चार बजे अचानक तेल से खौलती कड़ाही में आग लग गई। कुछ ही देर में पूरा कारखाना आग के गोले में तब्दील हो गया। कारखाने से ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं तो कारीगर जान बचाकर बाहर की ओर भाग निकले।
25 टिन खाद्य तेल ने भड़का दी आग
चीफ फायर आफीसर के मुताबिक कारखाने में 15 टिन रिफाइंड, दस टिन डालडा, पांच कुंतल बेसन, दो कुंतल मैदा रखा हुआ था। आग पकड़ते ही रिफाइंड और वनस्पति से भरे कनस्तर तेज आवाज के साथ फट गए। इससे आग और भड़क उठी। काला गाढ़ा धुआं और लपटें दूसरी और तीसरी मंजिल पर पहुंच गई। धुआं आसपास के मकानों में जाने लगा। यह देखकर कारखाने की ऊपरी मंजिल पर फंसी मौजूद राजेंद्र गुप्ता की बहू अर्चना सौम्या और नाती ने शोर मचाना शुरू किया। मोहल्ले के लोगों ने पास में स्थित होटल पार्क व्यू होटल से सीढ़ी लेकर किसी तरह राजेंद्र की बहू अर्चना व सौम्या को बाहर निकाला। छोटे भाई गुड्डु की पत्नी अदिति व बेटी वंशिता व बेटा नीति, विराट आग के शुरुआती दौर में ही बाहर निकल आए थे।
तीन स्टेशन की 6 गाड़ियों ने बुझाई आग
लोगों ने होटल से पानी लेकर आग बुझाना शुरु किया करीब आधे घंटे बाद लाटूश रोड, मीरपुर और किदवई नगर आदि फायर स्टेशनों से पहुंची आधा दर्जन गाड़ियां पुहंची। सबसे पहले क्षेत्र की बिजली बंद कराई गई। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
आग से बचाव के इंतजाम नहीं थे
सीएफओ महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि रिहायशी इलाके में कारखाना चलाया जा रहा था। अग्नि सुरक्षा मानकों का भी पालन नहीं किया जा रहा था और न ही आग से निपटने के संसाधन मिले हैं। नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी।
रेस्क्यू कर इन्हें निकाला गया
ग्राउंड फ्लोर पर आग लगने से सीढियों का रास्ता बंद हो गया था। दौरान बिल्डिंग में फंसी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता की बहू अर्चना, सौम्या छोटे भाई गुड्डू की पत्नी अदिति के साथ ही नमन समेत पांच लोगों को पुलिस और फायर ब्रिगेड ने करीब एक घंटे तक रेस्क्यू आपरेशन चलाकर सीढ़ी के सहारे सुरक्षित बाहर निकाला।
32 दिन में दूसरी बड़ी घटना
काहूकोठी जैसे घने और रिहायशी इलाके में 29 जनवरी को बनवारी लाल गुप्ता की राजकिशोर स्वीट्स कारखाने में भीषण आग लगी थी। जिसमें पूरा कारखाना जलकर राख हो गया था। हरदोई के श्यामनाथ कश्यप और कारीगर सनी की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। इतने बड़े अग्निकांड के बावजूद अग्निशमन विभाग ने अब तक सिर्फ नोटिस दी है। विभाग का कहना है कि नोटिस दिया गया था। मिठाई कारोबारी से आग से बचाव के इंतजाम करने को कहा गया है। गर्मियां शुरू हो रही हैं अगर समय रहते कार्रवाई न की गई तो शहर को कई बड़े अग्निकांड से जूझना पड़ सकता है।
खंभे के तार और लोगों की बिजली की केबिल तक जल गईं
मोहल्ले के रजत बाजपेई ने बताया कि आग की लपटे इतनी भीषण थी कि इसकी चपेट में आकर खंभे से लोगों के घरों में जाने वाली बिजली की केबिलें तक जल गईं जिससे कई लोगों को अपनी केबिल बदलवानी पड़ी। वहीं सुशील कुमार साहू ने बताया कि घनी आबादी में कारखाने से भड़की आग से ऐसी दहशत फैली कि लोगों को धुएं की वजह से सांस लेने में परेशानी होने लगी और वह घर छोड़कर भाग खड़े हुए।

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