उत्तर प्रदेश

आरएसएस कार्यकर्ताओं और छात्रों के बीच मारपीट, वीडियो आया सामने

jantaserishta.com
9 May 2022 5:03 AM GMT
आरएसएस कार्यकर्ताओं और छात्रों के बीच मारपीट, वीडियो आया सामने
x
देखें वीडियो।

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा में बॉल जाने पर क्रिकेट ग्राउंड में जमकर मारपीट हुई, जिसमें 6 लोग घायल हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार, कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र के बालाजी पार्क में आरएसएस कार्यकर्ताओं और छात्रों के बीच मारपीट हुई. मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठियां चली. मारपीट के दौरान 6 छात्रों को चोटें आई हैं. वहीं, घटना के बाद एक पक्ष की शिकायत पर नौबस्ता थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. हालांकि एफआईआर दर्ज होने के बाद घटना का वीडियो वायरल हो गया है. पुलिस ने सबूत के तौर पर वीडियो को जांच में शामिल कर लिया है.
शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों पक्षों में जमीन को लेकर विवाद हुआ है, जिसमें आरएसएस के कार्यकर्ता अपनी शाखा लगाना चाहते थे, वहीं छात्र क्रिकेट खेलना चाहते थे. बताया जा रहा है कि शनिवार शाम नौबस्ता थाना क्षेत्र के बालाजी पार्क में आरएसएस की शाखा चल रही थी और उसी पार्क में कुछ छात्र क्रिकेट खेल रहे थे.
क्रिकेट खेलते समय एक छात्र ने लंबा शॉट मारा जिससे गेंद शाखा. फिर जब शाखा से गेंद मांगी गई तो उन लोगों ने गेंद देने से मना कर दिया. कहा गया कि यहां क्रिकेट खेलने से शाखा का अभ्यास प्रभावित हो रहा है, वह कहीं और जाकर क्रिकेट खेले. छात्रों को यह बात पसंद नहीं आई और वे बहस करने लगे.
इसके बाद आरएसएस कार्यकर्ता लाठी लेकर आए, जबकि छात्र भी डंडा और विकेट लेकर आए. दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हुआ. इस मारपीट में छात्र समूह के 6 लोग घायल हो गए. 3 छात्रों के सिर फट गए, उनका नजदीकी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इन्हीं छात्रों ने नौबस्ता थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
इस घटना पर तंज कसते हुए समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके कहा, 'हाथों में लाठी लेकर क्रिकेट खेलने वाले युवाओं को पीटने वालों के कपड़ों को देखकर यह पता लगाना बहुत आसान है कि ये लोग कौन हैं. वीडियो के बावजूद बुलडोजर प्रशासन इस पर खामोश क्यों है?'
हालांकि कानपुर पुलिस ने कहा कि दोनों पक्षों ने इस मुद्दे पर समझौता कर लिया है और आरएसएस कार्यकर्ता भी दो हुटों की लड़ाई के बीच बचाव के लिए आए थे.


Next Story