उत्तर प्रदेश

जेल में एक बंदी की मौत पर जमकर बवाल, एंबुलेंस में भी तोड़फोड़

Admin Delhi 1
25 Feb 2022 9:34 AM GMT
जेल में एक बंदी की मौत पर जमकर बवाल, एंबुलेंस में भी तोड़फोड़
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वाराणसी न्यूज़; चौकाघाट मकबूल आलम रोड स्थित जिला जेल में शुक्रवार को एक बंदी की मौत से क्षुब्ध अन्य बंदियों ने बंदी रक्षकों से मारपीट करते हुए जमकर बवाल किया। बन्दियों ने जेल के बैरक के गेट तोड़ने के साथ एंबुलेंस में भी तोड़फोड़ की। सूचना पर वाराणसी कमिश्नरेट की फोर्स और जिला प्रशासन के अधिकारी जेल के अंदर पहुंचे और बंदियोंं को खदेड़ बैरकों में किया। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है। जेल प्रशासन के अफसरों के अनुसार आज तड़के बैरक नंबर तीन में रहने वाले बंदी राजेश जायसवाल को दिल का दौरा पड़ा था। जेल अस्पताल के डॉक्टरों की सलाह पर बंदी राजेश को इलाज के लिए कबीरचौरा अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। राजेश की मौत से नाराज बंदियों ने जेल में हंगामा शुरू किया तो बंदी रक्षकों ने एक बंदी की पिटाई कर दी। इसको लेकर बंदी और आक्रोशित हो गए। लामबंद होकर बंदी तोड़फोड़ करने लगे। बंदी बैरकों से निकल जेल के कार्यालय में लगे कंप्यूटर, इलेक्ट्रिक सामान, एम्बुलेंस, गाड़ी के साथ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने लगे। देखते ही देखते बंदियों और सुरक्षा कर्मियों में पथराव और मारपीट होने लगी। बवाल से लगभग तीन घंटे तक जेल में अफरा-तफरी की स्थिति रही। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मोर्चा संभालते हुए बंदियों को खदेड़कर माहौल शांत कराया। घटना की जानकारी होते ही वरुणा जोन के डीसीपी आदित्य भी पहुंच गए और उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली। एहतियात के तौर पर कमिश्नरेट पुलिस को लगा दिया गया है।


उधर, बंदी के मौत की सूचना मिलते ही परिवारी जन जिला जेल पहुंच गए और उन्होंने भी जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बंदी राजेश जायसवाल 2020 में धोखाधड़ी मामले में चेतगंज थाने से जेल गया था। वह सिगरा क्षेत्र के बड़ी गैबी का रहने वाला था। तीन दिन पहले बंदी राजेश की तबीयत खराब होने पर जिला जेल प्रशासन ने उसे बाहर के चिकित्सक को दिखाया था। गुरुवार की रात राजेश जायसवाल के सीने में दर्द होने लगा। साथी बंदियों ने चिकित्सक को दिखाने की बंदी रक्षकों से कही। जिला जेल के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार करते हुए बंदी को दवा भी दी लेकिन सुबह उसकी हालत अधिक बिगड़ गई। बंदियों का आरोप था कि जेल प्रशासन की लापरवाही और समय से उपचार नहीं होने के चलते राजेश जायसवाल की मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि वाराणसी जिला जेल में बंदी पहले भी बवाल कर चुके हैं। खाने की गुणवत्ता, जेल में कड़ाई को लेकर बंदियों ने जमकर बवाल किया है। वर्ष 2016 के अप्रैल माह में वाराणसी जिला कारागार में साढ़े सात घंटे तक बवाल हुआ था। जेल अधीक्षक को बंदियों ने कब्जे में लिया था। पथराव में कई सिपाही घायल हुए थे। कई वाहनों में आग लगा दी गई थी।

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