उत्तर प्रदेश

मंगेतर ने पिता-प्रेमी संग की थी रिटायर जवान की हत्या

Admin Delhi 1
19 Jan 2023 7:40 AM GMT
मंगेतर ने पिता-प्रेमी संग की थी रिटायर जवान की हत्या
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बस्ती न्यूज़: रिटायर सीआरपीएफ जवान की हत्या का कलवारी पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. सीआरपीएफ से वीआरएस लेकर ट्रेवेल एजेंट बने राकेश सरोज का शव 12 जनवरी 2023 को कलवारी थाना क्षेत्र के सुजावलपुर गांव के पास नहर में मिला था. थानाध्यक्ष कलवारी आलोक कुमार श्रीवास्तव के अनुसार उसकी मंगेतर सुनीता ने अपने पिता विनोद निवासी बघौड़ा थाना कलवारी और इसी गांव के अपने प्रेमी पिन्टू पांडेय के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था.

उनके अनुसार पूछताछ में आरोपी मंगेतर सुनीता ने बताया कि राकेश सरोज ने मुझसे झूठ बोलकर सगाई की थी. जब उसका फ्लैट देखने कोलकाता गई, तब पता चला की वह पहले से ही शादी शुदा है और दो बच्चे भी हैं. कोलकाता में कोई फ्लैट नहीं है. इसके बाद जब मैंने पैसा मांगा तो वह देना नहीं चाह रहा था. इसी वजह को लेकर अपने पिता और अपने प्रेमी पिन्टू के साथ मिलकर राकेश को मारने की योजना बनाई थी. थानेदार ने बताया कि हत्या की मुकदमे की तफ्तीश में सच्चाई सामने आने के बाद सर्विलांस टीम की मदद से दिन में आरोपी सुनीता को चमनगंज से गिरफ्तार करने के बाद दो अन्य आरोपी विनोद व पिन्टू को शाम करीब चार बजे आगौना से दबोच लिया गया. इनके कब्जे से शव को ठिकाने में प्रयुक्त बाइक और दो एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं. मृतक राकेश सरोज के भाई राजेश सरोज की तहरीर पर पुलिस ने उसकी मंगेतर सुनीता समेत अन्य के खिलाफ

हत्या का केस दर्ज किया था: 10 जनवरी को उतारा मौत के घाट पुलिस के अनुसार 10 जनवरी 2023 को रात में राकेश, सुनीता से मिलने बघौड़ा थाना कलवारी स्थित बगिया में पहुंचा. इसके पहले ही सुनीता अपने पिता व प्रेमी संग उसकी हत्या का प्लान बना चुकी थी. रात करीब 7 से 8 बजे के करीब पूर्व नियोजित योजना के तहत सुनीता के पिता विनोद और प्रेमी पिंटू पांडेय बगीचे में पहुंच गए. दोनों को साथ देखकर राकेश आग बबूला हो गया. सुनीता के पिता विनोद ने जान से मारने के उद्देश्य से राकेश के गले को रस्सी से कस कर दबाया और पिंटू पांडेय ने उसका हाथ व सुनीता ने दोनों पैर पकड़ लिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई.

इस टीम ने किया खुलासा टीम में थानाध्यक्ष कलवारी आलोक श्रीवास्तव, दरोगा संजय कुमार, राहुल गुप्ता, पवन मौर्य, हेड कांस्टेबल संतोष कुमार, कांस्टेबल सनोज यादव, पंकज मिश्रा, कुलदीप यादव, शुभांगी शामिल रहे.

सोशल मीडिया से सुनीता से बढ़ा प्रेम संबंध

पुलिस के अनुसार लखनऊ में जूम कार टैक्सी चलाने के दौरान ही राकेश सरोज सोशल मीडिया प्लेटफार्म स्नैप के माध्यम से सुनीता निवासी बघौड़ा थाना कलवारी के संपर्क में आया. सुनीता अयोध्या में किराए पर कमरा लेकर कोई कोर्स कर रही थी. दोनों स्नैप के माध्यम से एक दूसरे से फोन पर बात करने लगे थे.

खुद को सप्लाई इंस्पेक्टर बताकर की थी सगाई: पुलिस के अनुसार मृतक राकेश सरोज व सुनीता के बीच संबंध काफी गहरे हो गए थे. राकेश सुनीता से मिलने अयोध्या व बस्ती आने जाने लगा था. उसे पैसे भी भेजा करता था. राकेश ने सुनीता से खुद को कोलकाता में सप्लाई इंस्पेक्टर बताया था और वहां पर खुद का मकान होने की बात कहकर शादीशुदा होने की बात छिपाई थी. 15 अप्रैल 2022 को राकेश ने अपने परिवार के कुछ लोगों के साथ बस्ती आकर सुनीता से सगाई कर ली थी. सगाई के बाद सुनीता अपने भाई के साथ फ्लैट देखने कोलकाता गई, जहां राकेश की पत्नी आ गई तभी उसे पता चला कि राकेश पहले से शादीशुदा है. उसके दो बच्चे भी हैं.

11 जनवरी को नहर में फेंका था शव: पुलिस के अनुसार तीनों ने मिलकर राकेश सरोज की हत्या के बाद उसके शव को बगीचे में ही झाड़ियों में छिपा दिया. सुनीता के पिता विनोद खेत की देखभाल के बहाने शव की निगरानी करता रहा. अगले दिन सुबह पिंटू पांडेय, सुनीता के घर पहुंचा और बताया कि अगर शव बगीचे में रहा तो लोगों को तुम सभी पर शक होगा, इसलिए लाश को ठिकाने लगा देते हैं. पूरे दिन शव की निगरानी करने के बाद रात करीब 12 से 1 बजे के करीब सुनीता, उसके पिता विनोद और पिंटू बगीचे में पहुंचे और शव को झाड़ियों में से निकाला. उसके जूते, पर्स और 2 एटीएम कार्ड निकाल कर पिंटू ने अपनी बाइक के बीच में बैठा दिया. पिंटू गाड़ी चला रहा था और विनोद शव को पकड़ के पीछे बैठा था. सुनीता दोनों एटीएम कार्ड ले कर घर चली गई. इन लोगों ने शव को ग्राम सुजावलपुर पुलिया के पास नहर में फेंक दिया. इसके बाद बगिया में आकर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से राकेश सरोज के जूते, पर्स व हत्या में प्रयुक्त रस्सी को घर ले जाकर जला दिया.

पत्नी से अच्छे संबंध नहीं थे राकेश के: थानेदार के मुताबिक जांच में पता चला कि मृतक राकेश सरोज लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व सीआरपीएफ से वीआरएस लेकर लखनऊ में जूम कार कम्पनी में ड्राइवर का काम कर रहा था. अपनी पत्नी से सम्बंध खराब हो गए थे, जिसकी वजह से उसकी पत्नी अपने भाई के साथ कोलकाता रहने लगी. करीब आठ साल से अपने ससुराल में नहीं रही है.

9 जनवरी को सुनीता से मिलने आया था राकेश: सारी सच्चाई सामने आने के बाद भी राकेश और सुनीता के संबंध बने रहे. राकेश उसे पैसा भेजता रहा. 9 जनवरी 2023 को राकेश अपने घर से लखनऊ जाने की बात कह निकला था, लेकिन सुनीता से मिलने बस्ती आ गया. राकेश ने रात में एक बजे कुसौरा आकर सुनीता से फोन पर 2 लाख 85 हजार रुपये उसके खाते में आरटीजीएस करने की बात कही. इस बात पर सुनीता ने बैंक पासबुक की फोटो व्हाट्सएप से राकेश के पास भेज दिया. लेकिन राकेश ने बताया कि ट्रांजेक्शन फेल होने के कारण पैसा नहीं भेज पाया हूं. इसके बाद सुनीता ने राकेश को अपने गांव बघौड़ा स्थित अपने खेत से सटे बगिया में बुला लिया और रुपये की मांग करने लगी. राकेश ने पैसा लेकर आने की बात कही और बस्ती शहर में आकर रामा लॉज गांधीनगर में रूक गया.

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