उत्तर प्रदेश

खाकी की दहशत में दो युवक काली नदी में कूदे

Admin4
15 March 2023 11:24 AM GMT
खाकी की दहशत में दो युवक काली नदी में कूदे
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मुजफ्फरनगर। चैकिंग के दौरान पुलिस से बचने के लिए भागे दो युवकों ने काली नदी में छलांग लगा दी। इस दौरान वहां पर मौजूद किसान द्वारा एक युवक को बचा लिया गया, जबकि घंटो की मशक्कत के बाद दूसरे युवक का शव भी बरामद कर लिया गया। शव मिलने पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाया। जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार को चंद्रा मार्केट से कपड़ा लेने के लिए पिनना निवासी मोहित मलिक पुत्र जसवीर सिंह मलिक व अजय शर्मा पुत्र संजय शर्मा दोनों साथ में एक ही बाइक पर सवार होकर आ रहे थे। इस दौरान ईदगाह चौकी पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग अभियान चलाया हुआ था।
बाइक सवार दोनों युवक चेकिंग से घबराकर बाइक को वापस मोड़ कर भाग निकले, इस दौरान पुलिस को दोनों पर शक हो गया और पुलिसकर्मी उनके पीछे भाग लिए। दोनों बाइक सवार युवक पुलिस के पीछे लगने से घबरा गए और काली नदी के पुल के पास अपनी बाइक को खड़ी कर वहां से पैदल-पैदल मौहल्ले से होते हुए नदी में कूद गए। इस दौरान वहां पर कार्य कर रहे किसान ने एक युवक को डूबने से तो बचा लिया और घंटो की मशक्कत के बाद दूसरे युवक का शव बरामद कर लिया गया है।
पुलिस का कहना है कि डूबने वाले युवक मोहित मलिक पुत्र जसवीर मलिक द्वारा यह बाइक चोरी की गई हैं, जिस कारण चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों से डरकर दोनों युवक भाग खड़े हुए। बताया जा रहा है कि नदी में डूबने वाले युवक मोहित मलिक की हाल ही में शादी हुई थीं, जिसका शव बरामद कर लिया गया है। शव मिलने पर परिजनों में कोहराम मच गया। इस दौरान परिजनों ने हंगामा किया और पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बामुश्किल जिंदा बचे युवक अजय शर्मा पुत्र संजय शर्मा ने बताया कि वह दोनों साथ में बाइक पर सवार होकर शहर आ रहे थे।
ईदगाह चौकी पर चेकिंग चल रही थी। इस दौरान पुलिस को दोनों पर शक हो गया और पुलिस कर्मी उनके पीछे भाग लिए। वह दोनों बाइक पर सवार होकर वापस भाग लिए, पुलिस के पीछे लगने से वह घबरा गए और काली नदी के पास
अपनी बाइक छोड़कर नदी में कूद गए। इस दौरान वहां पर कार्य कर रहे किसान ने अपनी जान पर खेलकर उसे डूबने से बचा लिया। पीडि़त अजय शर्मा ने बताया कि जिस बाइक से वह दोनों मुजफ्फरनगर जा रहे थे, उस बाइक के कागजात उनके पास नहीं थे, केवल एक सेल लेटर के आधार पर वह बाइक किसी अन्य व्यक्ति से खरीदी गई थी। अजय शर्मा ने बताया कि चेकिंग के दौरान कागज न होने पर चालान कटने की वजह से बाइक चला रहे मोहित मलिक द्वारा बाइक वापस अपने गांव की ओर दौड़ा दी गई ।
इस दौरान पुलिस भी उनके पीछे दौड़ पड़ी, जिससे वह अधिक घबरा गए। पीडि़त ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए वह दोनों अपनी बाइक को छोड़कर कॉलोनी में घुस गए, मगर पुलिसकर्मियों द्वारा पीछा नहीं छोडऩे की वजह से उनको नदी में कूदने के अलावा कोई और रास्ता नहीं दिखाई दिया। पीडि़त ने विलाप करते हुए बताया कि काली नदी में कूदने से पहले यह नहीं सोचा कि उसकी गहराई कितनी होगी। पीडि़त ने बताया कि हम दोनों में से किसी को भी तैरना नहीं आता था, बावजूद इसके पुलिस से अपनी जान बचाने के लिए नदी में कूद गए।
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