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अशरफ को जेल से बाहर ले जाकर शूटरों से मिलवाने की आशंका, जांच शुरू
बरेली: प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या में बरेली जिला जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की भूमिका की अब तक हुई छानबीन से तय हो गया है कि जेल प्रशासन उसके आगे पूरी तरह नतमस्तक था। सबसे ज्यादा सनसनीखेज यह है कि अशरफ को जेल से बाहर निकालकर भी लोगों से मिलवाने की भी जांच हो रही है। यह भी आशंका है कि उमेश पाल की हत्या करने वाले शूटरों से भी अशरफ को जेल से बाहर निकालकर मिलवाया गया था।
इस बीच अशरफ की उसके मिलने वालों से मुलाकात का बंदोबस्त करने वाले जेल के सिपाही शिवहरि अवस्थी और मोबाइल समेत जरूरत का सामान पहुंचाने वाले ऑटो ड्राइवर नन्हे उर्फ दयाराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन दोनों और जेल के अज्ञात अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ अशरफ, उसके साले सद्दाम, दोस्त लल्ला गद्दी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।
उमेश पाल की हत्या के बाद अब तक हुए खुलासों का साफ इशारा है कि माफिया अतीक के भाई अशरफ के लिए जेल के सारे नियम-कायदों उठाकर एक तरफ रख दिए गए थे। एसओजी और बरेली पुलिस की संयुक्त टीम ने अशरफ की निजी सेवा में रहने वाले जेल के सिपाही शिवहरि अवस्थी और नियमित तौर पर बाहर के खाने के साथ अशरफ की जरूरत की सारी चीजें जेल में पहुंचाने के आरोपी ऑटो ड्राइवर नन्हे उर्फ दयाराम को कुआंटाडा तिराहे के पास से गिरफ्तार किया है।
बिथरी के गांव सैदपुर कुर्मियान निवासी नन्हे अपने ऑटो से जेल में सब्जी पहुंचाने जाता था। इसी दौरान वह अशरफ के साले सद्दाम और उसके दोस्त लल्ला गद्दी का दिया सारा सामान उस तक पहुंचाता था। जेल के कर्मचारियों से लेकर अफसरों तक सेटिंग होने की वजह से उसकी कभी चेकिंग नहीं होती थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अशरफ को मोबाइल फोन भी नन्हे ने ही पहुंचाया था।
जेल के सिपाही शिवहरि अवस्थी ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया है कि अशरफ से उसके मिलने वालों की मुलाकात वह जेल में मुलाकातियों के लिए तय स्थान के बजाय दूसरी जगह कराता था। इसकी एवज में अशरफ की ओर से उसे अच्छे-खासे पैसे मिलते थे। ऑटो ड्राइवर नन्हे को भी इसी तरह मोटी रकम देकर नवाजा जाता था। एसओजी के सूत्रों के अनुसार अशरफ को कई लोगों से जेल के बाहर निकालकर मिलवाने का भी इनपुट मिला है।
आशंका है कि उससे जेल के बाहर मिलने वालों में प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या करने वाले शूटर भी शामिल हो सकते हैं। फिलहाल इसकी बेहद गहनता से जांच की जा रही है। जेल के सिपाही शिवहरि और ऑटो ड्राइवर नन्हे को थाना बिथरी चैनपुर में रखकर पूछताछ की जा रही है।
अशरफ से नियमों के खिलाफ मुलाकात कराने वाले सिपाही शिवहरी अवस्थी और जेल में उसे खाना और मोबाइल फोन पहुंचाने के आरोपी ऑटो ड्राइवर को एसओजी ने गिरफ्तार किया है। जेल प्रशासन भी अपने स्तर पर जांच कर रहा है--- राजीव शुक्ला, जेल अधीक्षक जिला जेल बरेली।
माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ से तमाम लोगों की मुलाकात कराने के आरोपी सिपाही और उस तक मोबाइल पहुंचाने वाले आरोपी ऑटो ड्राइवर नन्हे को एसओजी और पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है---अखिलेश कुमार चौरसिया, एसएसपी बरेली।