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रायबरेली। लकड़ी की बल्ली में लगे विद्युत केबिल में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट ने आकर पिता पुत्र दोनो की मौत हो गई है। यह हादसा तब हुआ जब बरसात के कारण टेढ़ी हुई लकड़ी की बल्ली को सीधा किया जा रहा था। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है।
यह हादसा शनिवार की सुबह डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव जहांगीराबाद में हुआ है। गांव के अयोध्या प्रसाद के घर में सामने विद्युत पोल लगा हुआ था। यह विद्युत पोल करीब डेढ़ साल पहले गिर गया था। उसके बाद वह लकड़ी की बल्ली गडकर उसमें केबिल द्वारा बिजली की लाइन अपने घर तक ले गए थे। शुक्रवार की शाम से रात भर हुई तेज बरसात के कारण विद्युत केबिल में लगी लकड़ी की बल्ली टेढ़ी हो गई थी।
शनिवार की सुबह अयोध्या प्रसाद का लड़का राम खेलावन (20 वर्ष) लकड़ी की बल्ली को सीधी कर रहा था। बताते हैं कि बल्ली में लगी केबिल कटी थी , जिसके कारण बरसात में नम बल्ली में बिजली का करंट प्रवाहित हो रहा था। उसने जैसे ही बल्ली को पकड़ा , वह करंट की चपेट में आ गया। पास में खड़े उसके पिता अयोध्या ने जब बेटे को करंट से झुलसता हुआ देखा तो उन्होंने इसके बचाने के लिए खुद भी बल्ली को पकड़ लिए।
जिससे पिता पुत्र दोनो गंभीर रूप से झुलस गए। ग्रामीणों ने उपकेंद्र फोन करके विद्युत लाइन को बंद कराया , और दोनो को लेकर सीएचसी आए। जहां चिकित्सकों ने पिता पुत्र दोनो को मृत घोषित कर दिया है। कोतवाल पंकज तिवारी ने बताया कि अस्पताल से शवों को कब्जे के लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा गया है।
काश! ग्रामीण की फरियाद सुन लेता बिजली विभाग
जहांगीराबाद गांव के ग्रामीण अयोध्या प्रसाद के घर के सामने लगा विद्युत पोल डेढ़ साल पहले गिर गया था। जिसे दुरुस्त करने के लिए अयोध्या प्रसाद बिजली अधिकारियों के यहां लगातार दस्तक दे रहे थे, किंतु बिजली अधिकारी विद्युत पोल ठीक कराने में रुचि नहीं ले रहे थे। अंत में उसने अपने घर तक के लिए लकड़ी की बल्ली लगाकर बिजली केबिल से लाइन जोड़ ली थी। इसके बावजूद वह लगातार बिजली अधिकारियों से पोल ठीक करने की गुहार लगाता रहा। लेकिन बिजली अधिकारियों ने उसकी फरियाद कहीं सुनी। जिसका परिणाम यह हुआ कि आज उसकी और उसके युवा बेटे की असमय मौत हो गई है।
सोर्स - अमृत विचार।
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