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सहारनपुर । राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए ने रविवार तड़के चार बजे देवबंद में दारुल उलूम के हॉस्टल में छापा मारने के बाद कर्नाटक निवासी मदरसा छात्र फारुख को हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार उसका संबंध आइएसआइएस माड्यूल से निकल कर सामने आ रहा है। यह भी पता चला है कि वह आतंकी गतिविधियों में बतौर अनुवादक सहयोग कर रहा था।
कई भाषाओं का जानकार निकला फारुख
कर्नाटक के आइएस माड्यूल से फारुख के जुड़े होने की सूचना है। फारुख के बारे में यह बताया गया है कि वह कई भाषाओं का जानकार है। वह अपनी इस विशेषज्ञता के आधार पर आतंकी साहित्य का अनुवाद करता था। यह तमाम बिंदु फारुख से पूछताछ का आधार बनेंगे। यह भी बताया जा रहा है कि फारुख जिस संगठन के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा था, उसका कनेक्शन बांग्लादेश से है। इसके मोबाइल से यूपी एटीएस ने संदिग्ध व्हाट्सएप चैट भी बरामद की है, जिसको लेकर फारुख से पूछताछ जारी है।
बांग्लादेश कनेक्शन भी मिला
सूत्रों के अनुसार छापेमारी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) की विचारधारा का प्रचार करने और युवाओं को भारत के खिलाफ जिहाद करने के लिए प्रेरित करने में शामिल बांग्लादेशी नागरिकों से जुड़े एक मामले में की गई है। इससे पहले पिछले महीने एनआईए ने देवबंद में दो जगहों पर इसी मामले में छापेमारी की थी। जांच एजेंसी फारुख से गुप्त स्थान पर पूछताछ कर रही है।
ये कागजात पास में मिले
सहारनपुर के देवबंद में यूपी एटीएस और एनआइए की छापेमारी लगातार जारी है। रविवार अलसुबह एक बार फिर एनआइए की टीम देवबंद पहुंची और एक संदिग्ध युवक फारूख को हिरासत में लिया। आइएसआइएस से उसके जुड़े होने की सूचना पर यह छापामारी की गई है। पकड़ा गया युवक देवबंद के एक मदरसे का छात्र बताया जाता है। वह कर्नाटक का रहने वाला है। जिसके पास से आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि कागजात मिले हैं।आकाओं से ले रहा था निर्देश
बताया जाता है कि फारूख लगातार आतंकी संगठन आइएसआइएस के वाट्सएप ग्रुप पर जुड़कर अपने आकाओं से दिशा निर्देश ले रहा था। रविवार की सुबह करीब चार बजे एनआइए की टीम देवबंद पहुंची और एक मदरसे में छापा मारकर एक युवक को हिरासत में लिया।
सीरिया बम ब्लास्ट मेंं शामिल
बेंगलुरु के छात्र फारूख के पास से एनआइए की टीम को कुछ दस्तावेज भी मिले हैं, जिसे जब्त कर लिया गया है। यह पता चला है कि छापेमारी के दौरान एनआइए के साथ एटीएस और यूपी पुलिस की टीम भी शामिल रही। इस बीच पता चला है कि वर्ष 2021 में सीरिया के दमिश्क शहर में हुए बम ब्लास्ट मामले में भी फारूक की संलिप्तता है। हालांकि कोई पुष्टि नही कर रहा है।
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