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संकट गेहूं क्रय केंद्रों से दूर हुए किसान, डेढ़ फीसदी ही हो सकी खरीद
बरेली न्यूज़: एक सप्ताह बाद सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद बंद हो जाएगी. इस साल बरेली मंडल में सरकारी क्रय केंद्रों से किसान ने दूरी बना ली. करीब ढाई महीने में बरेली मंडल के चारों जिलों में सरकारी मशीनरी लक्ष्य के सापेक्ष सिर्फ 1.50 फीसदी गेहूं की खरीद कर सकी है. ऐसा ही हाल खीरी का भी है. बरेली मंडल में 8.47 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य है जबकि खरीद सिर्फ 41211 कुंतल हुई है.
एक अप्रैल से गेहूं की खरीद सेंटरों के जरिए प्रशासन करा रहा है. सरकार ने 2125 रुपये प्रति कुंतल गेहूं का समर्थन मूल्य तय किया था. शुरूआत से ही किसानों ने सरकारी केंद्रों पर गेहूं बेचने में रुचि नहीं दिखाई.
पंजीकरण करने के बाद भी किसान सेंटरों पर गेहूं बेचने नहीं पहुंचे. बरेली को शासन ने 1.80 लाख मीट्रिक गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया है. जबकि खरीद सिर्फ 31610 कुंतल हुई है. जो 1.76 फीसदी है. बदायूं में लक्ष्य 1.25 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले 1930 कुंतल की खरीद हुई है. पीलीभीत में भी गेहूं खरीद के हालात अच्छे नहीं हैं. पीलीभीत में 2.31 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य के मुकाबले खरीद सिर्फ 2300 कुंतल हुई है. जबकि शाहजहांपुर में 3.11 मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य शासन ने दिया है. जबकि खरीद सिर्फ 5371 कुंतल हुई है.
खीरी में सरकारी गेहूं खरीद के हालात और भी ज्यादा खराब हैं. यहां 2 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य है. खरीद सिर्फ 14350 कुंतल की हुई है. 15 जून को सेंटर बंद हो जाएंगे. इस बार आढ़तियों ने सरकारी रेट से अधिक पर किसानों के घर से उनका गेहूं खरीद लिया. इस कारण सरकारी खरीद पिछड़ गई.
क्रय केंद्रों पर किसानों गेहूं लेकर कम पहुंचे. लक्ष्य से काफी कम खरीद हो सकी है. गांव में मोबाइल सेंटर लगाकर भी गेहूं खरीदा. अब सेंटरों पर किसानों का आना करीब-करीब बंद हो गया है. 15 जून को सेंटर बंद हो जाएंगे. - कमलेश पांडेय, डिप्टी आरएमओ