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न्यूज़ क्रेडिट: अमरउजाला
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लखनऊ। एसटीएफ और एफएसडीए ने संयुक्त कार्रवाई कर शनिवार को ठाकुरगंज के बंशी विहार कॉलोनी में नकली चाय की पत्ती बनाकर ब्रांडेड कंपनियों के नाम से बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने कथित फैक्टरी से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से पांच क्विंटल से अधिक चाय की पत्ती, केमिकल निर्माण सामग्री व पैकिंग के रैपर बरामद किए हैं।
एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह के मुताबिक, खुली चाय की पत्ती को खरीदकर उसमें हानिकारक केमिकल व डाई मिलाकर ब्रांडेड कंपनियों के हू-ब-हू नकली पैकेट बनाकर उसे बाजार में बेचने वाला गिरोह काफी समय से सक्रिय था। सूचना मिलने पर पड़ताल की गई तो सच्चाई सामने आई। टीम ने शनिवार को ठाकुरगंज के बालागंज इलाके के बंशी विहार में छापा मारा। मौके से तीन आरोपी फैक्टरी के मालिक निवाती टोला निवासी मो. दाउद, उसके भाई मो. जैद और सहयोगी हुसैनबाड़ी राजा विहार का तबरेज हाशमी को दबोच लिया गया। आरोपी पिछले पांच साल से यह धंधा कर रहे थे। यह चाय की पत्ती गोल्डन टी व गार्डन फ्रेश के नाम से तैयार कर बाजार में बेची जा रही थी। एफएसडीए के अधिकारियों का कहना है कि नकली चाय बनाने और पैक करने का काम एक घर में हो रहा था। इनके सात नमूने लेकर जांच को भेजे गए हैं। इसकी रिपोर्ट आने के बाद एफएसडीए अपनी जांच शुरू करेगा।
मौके से ये सामान हुए बरामद
टीम ने फैक्टरी से तीन ड्रम कलर, 200 किलो गोल्डन चाय, 160 किलो गार्डेन फ्रेश चाय, 80 किलो खुली चाय, 12 बोरियों में पैकिंग की हजारों पन्नियां, तीन गत्ते गार्डेन फ्रेश चाय का टेप, एक गत्ते में स्टीकर गार्डेन फ्रेशचाय, एक डाई गार्डेन फ्रेश और एक तौल मशीन बरामद की है।
आसपास के जिलों में फैला रखा है नेटवर्क
एसटीएफ के डिप्टी एसपी के मुताबिक, आरोपियों ने राजधानी लखनऊ व आसपास के जिलों मे यह मिलावटी चाय बेचने का नेटवर्क फैला रखा है। बाराबंकी, उन्नाव, रायबरेली, बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, सीतापुर, हरदोई में इनका नेटवर्क सक्रिय है। एसटीएफ ने इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए जोरआजमाइश तेज कर दी है। आरोपियों ने कुबूल किया कि वे व्यापारियों से खुली चाय पत्ती खरीदकर कानपुर से महंगी ब्रांडेड कंपनियों जैसे गोल्डन फ्रेश, गार्डेन फ्रेश आदि की पैकिंग का सामान रैपर, टेप, कलर, डाई खरीदते थे। इस खुली चाय पत्ती में अपनी फैक्टरी में मिलावट करते थे। इसके बाद पैकिंग कर लखनऊ की अधिकांश छोटी चाय की दुकानों पर सप्लाई करते थे। यह कार्य दोनों भाई करीब पांच साल से कर रहे थे। एसटीएफ ने आरोपियों के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में केस दर्ज कराकर उनको पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
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