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संभल। संभल सदर कोतवाली क्षेत्र में मुरादाबाद मुख्यालय से औषधि सहायक आयुक्त मुरादाबाद मंडल के नेतृत्व में छह जनपदों के औषधि निरीक्षकों की टीम ने संभल में एक नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री पर छापेमारी कार्रवाई की। जिसमें भारी मात्रा सौ से अधिक कंपनियों की नकली दवाएं मिली।
टीम ने फैक्ट्री स्वामी और उसके बेटे को मौके से ही हिरासत में ले लिया। फैक्ट्री स्वामी के निशानदेही पर फैक्ट्री के बाद गोदाम पर भी छापा मार और वहां कंपनियों के रेपर ,डिब्बे और नशीली दवाएं इंजेक्शन और प्रतिबंधित दवाओं जखीरा मिला। जिसकी औषधि सहायक आयुक्त के अनुसार बाजार में एक करोड़ की कीमत बताई जा रही है। फर्म स्वामी के खिलाफ बिना लाइसेंस और प्रतिबंधित व कॉपीराइट एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।
गुरुवार को मुरादाबाद मार्ग स्थित गांव शहजादी सराय में संचालित मैकसन फार्मा नाम आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली फैक्ट्री में नकली दवा बनाने की मुखबिर की सूचना मिलते ही औषधि मुख्यालय मुरादाबाद ने एक स्पेशल टीम का गठन कर जिसमें खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग मुरादाबाद मुख्यालय से औषधि सहायक आयुक्त मुरादाबाद मंडल दीपक शर्मा के नेतृत्व में छह जनपद के गौतमबुद्ध नगर के औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर, गाजियाबाद के आशुतोष मिश्रा, अमरोहा के राजेश कुमार, बिजनौर के उमेश भारती, मुरादाबाद की रूमिला वर्मा पहुंचे।
जहां फैक्ट्री स्वामी थाना हयातनगर के सराय तरीन निवासी तेज प्रकाश और उसका बेटा शुभम् मिले। टीम ने फैक्ट्री में जांच पड़ताल शुरू कर दी। जहां एलोपैथिक दवा बनाने की तीस लाख की मशीन मिली जहां उसके द्वारा बिना लाइसेंस के बनायी जा रही भारी मात्रा में एलोपैथिक दवाएं और नशीली दवा व इंजेक्शन व प्रतिबंधित दवाएं भी मिली। औषधि सहायक आयुक्त दीपक शर्मा ने बताया फैक्ट्री स्वामी के नाम केवल आयुर्वेद की दवा बनाने लाइसेंस है।
काफी लम्बे समय से नकली दवाइयों का कारोबार चल रहा था। शासन को इसकी काफी शिकायत मिल रही थी। फैक्ट्री स्वामी तेज प्रकाश ने पूछने पर बताया कि वो दवा बनाकर राम बिहार कालोनी में स्थित अपने गोदाम पर रखता है। टीम ने गोदाम पर छापेमारी की तो गोदाम एक करोड़ की दवाओं का जखीरा मिला और 64 ब्रांड डेट कंपनियों के रेपर डिब्बे और भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं मिली है। औषधि विभाग की टीम मिली दवाओं का स्टॉक दर्ज कर रही है।
मैकसन फार्मा के संचालकों के पास आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने का लाइसेंस था जिसकी आड में ये लोग तमाम अन्य कंपनियों की दवाइयां बनाकर बाजार में बेच रहे थे। फार्मा संचालक और उसका बेटा पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया है। औषधि सहायक आयुक्त दीपक शर्मा ने बताया कि दवाओं का रिकॉर्ड दर्ज कर दोनों पिता पुत्र के खिलाफ खिलाफ एफआईआर की तैयारी की जा रही है।
Admin4
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