उत्तर प्रदेश

बेरोजगारों से ठगी कर थमाए फर्जी नियुक्ति पत्र

Admin4
1 Oct 2022 5:48 PM GMT
बेरोजगारों से ठगी कर थमाए फर्जी नियुक्ति पत्र
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लग्जरी गाड़ियों में घूमकर लोगों को अर्दब में लेने वाले कथित आईपीएस ने 14 बेरोजगारों से 16 लाख रुपये हड़प लिए है। जालसाज ने बेरोजगारों को पुलिस महकमें के अलावा आरडीएसओ, सीबीसीआईडी में नौकरी दिलाने का आश्वासन देते हुए उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिए। पहले भी जालसाज अलीगढ़ जनपद से धोखाधड़ी के मामले में जेल जा चुके हैं ।

ठाकुरगंज थानाक्षेत्र के एकतानगर निवासी अरविंद वर्मा गोमतीनगर में कार कॉर वॉश कंपनी में सुपरवाइजर थे। पीड़ित ने बताया कि मानकनगर के समर विहार निवासी अनुज चावला कंपनी के कस्टमर थे। साल 2017 में वह कई बार अनुज के घर मुलाकात करने गए थे। इस दौरान अनुज से स्वंय को आईपीएस अफसर बताते हुए गृह विभाग में तैनाती बताई थी। इस दौरान पीड़ित की मुलाकात अनुज के पिता राजेंद्र प्रसाद और मां इंदिरा से भी होती थी

आरोप है कि जालसाज परिवार ने पीड़ित को सरकारी नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया था। जालसाज के बहकावे में आकर पीड़ित ने अपने भाई, भाभी और दोस्त के लिए बात कर ली। अरिवंद के साथ उसके भाई मनोज की आरडीएसओ, नरेंद्र कुमार की सीबीसीआईडी, नरेंद्र की पत्नी लक्ष्मी देवी की पुलिस और दोस्त आशीष यादव की आरडीएसओ में नौकरी लगवाने के लिये छह लाख 50 हजार रुपये लिये गये।

रुपये देने के बाद को नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने धोखाधड़ी का एहसास हुआ। इसके बाद पीड़ित ने ठाकुरगंज कोतवाली में तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है। गौरतलब है कि बीते 07 जुलाई को अलीगढ़ जनपद के बन्नादेवी में दरोगा रजत कुमार ने फर्जी आईपीएस अनुज और पिता को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

वहीं दूसरी तरफ चिनहट थानाक्षेत्र के मटियारी निवासिनी किरन मौर्या ने विभूतिखंड कोतवाली में एक जालसाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। आरोप है कि राजन पांडे नाम के एक शख्स ने स्वंय को समीक्षा अधिकारी बताते हुए उसके सचिवालय में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था।

इसके एवज में जालसाज ने उससे पांच लाख रुपये की मांग की थी। रुपये देने के बाद भी महिला को नौकरी नहीं मिली तो उसने विरोध किया तब जालसाज रुपये वापस करने में टालमटोल करने लगा। पुलिस आयुक्त के आदेश पर विभूतिखंड कोतवाली में एफआईआर दर्ज कर ली गई।

न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar

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