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Faizabad: वाहन की चपेट में आया बाइक चालक, एक पैर काटकर अलग हुआ
फैजाबाद: रौनाही थाना क्षेत्र अंतर्गत संजयगंज मार्ग पर किसी वाहन की चपेट में आने से बाइक चालक का एक पैर कटकर शरीर से दूर जा गिरा. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. की रात हुई इस दुर्घटना में बारुन के तरमा गांव निवासी राम सजीवन का 26 वर्षीय पुत्र अमित अपने दोस्त के साथ बाइक से सोहावल क्षेत्र में मौसा के घर जा रहा था. संजयगंज बाजार से कुछ आगे ही निकला था कि झलिहन पांडेय का पुरवा गांव मोड़ पर किसी वाहन की चपेट में आ गया.
चर्चा है कि बाइक चालक का पैर किसी ट्रैक्टर के रोटावेटर में फंसने से कट कर शरीर से अलग हो गया. दुर्घटना होते ही गांव के लोग मदद में जुट गए. एम्बुलेंस और पुलिस को सूचना दी. दोस्त सही सलामत रहा. जिसने हादसे की जानकारी परिवारवालों को दी. वहीं मौके पर पहुंची रौनाही पुलिस ने एम्बुलेंस की मदद से घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोहावल भेजा. सीएचसी के डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद हालत चिंताजनक देख कर जिला अस्पताल रेफर कर दिया है.
शराब, बालू और रिश्वत में मस्त हैं अधिकारी विधायक
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह कह रहे हैं कि अधिकारी शराब, बालू और रिश्वत में मस्त हैं. चार साल से चक्कर लगा रहा हूं पर मेरा काम नहीं हुआ. जब यहां विधायक का काम नहीं हो रहा है तो जनता का कहां से होगा.
झांसी-प्रयागराज क्षेत्र से शिक्षक विधायक डॉ. बाबूलाल तिवारी गिरवां के जरर गांव में रहते हैं. नरैनी मुख्य मार्ग पर उनका डॉ. बीआर अंबेडकर विधि महाविद्यालय है. वायरल वीडियो में वह नरैनी एसडीएम कार्यालय में बैठे नजर आ रहे हैं, उस वक्त एसडीएम दफ्तर में नहीं थे. कुर्सी पर बैठकर विधायक खरी-खोटी सुनाते दिख रहे हैं. वायरल वीडियो में वह कह रहे हैं कि मैं डॉ. बाबूलाल तिवारी शिक्षक विधायक हूं, मैं यहां विधि महाविद्यालय चला रहा हूं. महाविद्यालय की फाइल चार सालों से पड़ी है, काम नहीं हो रहा है.
143 (भू परिवर्तन) होने के लिए. चार साल से चक्कर लगवा रहे हैं. जब अफसर मेरा काम नहीं कर रहे हैं तो जनता का क्या करेंगे. अफसरशाही बालू ठेकेदारों से वसूली में मस्त है और जनता त्रस्त है. विधायक कह रहे हैं कि मैंने एसडीएम से बात की तो बताया कि आ रहा हूं. कहा गया कि मातहतों से बोले दें कि फाइल निकालकर दें. विधायक बोले-जब तक इन्हें पैसा नहीं मिलेगा, तब तक कोई काम नहीं करते हैं.
चक्कर लगाया फिर एसडीएम कार्यालय गए
वीडियो के बाबत शिक्षक विधायक ने बताया कि कार्यालय आने से पहले एसडीएम को फोन किया था. उन्होंने डीएम के यहां मीटिंग में होने की जानकारी दी. मैंने कहा कि महाविद्यालय की फाइल निकलवा दीजिए. यहां आकर तहसीलदार, नायब तहसीलदार और लेखपाल से फाइल के बाबत पूछा. सभी ने एक ही जवाब दिया कि उन्हें नहीं पता. शिक्षक विधायक ने आरोप लगाया कि अफसरशाही कहां से बालू आ रही है, कहां जा रही, इसी पर नजरें गड़ाए रहते हैं. पूरा राजस्व महकमा भ्रष्ट है. बताया कि ऐसे ही कर्वी से एक पूर्व मंत्री की फाइल को भी लटकाए रखा था, जब कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने फोन किया, तब उनका काम हुआ.