उत्तर प्रदेश

पांचालघाट, श्रृंगीरामपुर को पर्यटन स्थल बनाने की कवायद शुरू

Admin4
8 Oct 2022 6:09 PM GMT
पांचालघाट, श्रृंगीरामपुर को पर्यटन स्थल बनाने की कवायद शुरू
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पांचालघाट व श्रृंगीरामपुर को पर्यटन स्थल बनाने की कवायद शुरू हो गई है। पर्यटन विभाग की टीम ने शनिवार को जिले में आकर सर्वे किया। दोनों स्थानों पर विकास कार्य कराने में करीब 14 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

पांचालघाट गंगा तट पर माघ में एक माह तक मेला रामनगरिया लगता है। इसमें कई जिलों के श्रद्धालु व साधु-संत झोपड़ी डालकर कल्पवास करते हैं। यहां भी कुंभ मेले जैसा नजारा रहता है। वहीं कमालगंज क्षेत्र में श्रृंगीरामपुर घाट भी पौराणिक स्थल है। यहां प्रदेश के कई जिलों व मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कांवर भरने आते हैं।

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह चार अक्तूबर को क्षत्रिय महासभा के शस्त्र पूजन में शामिल होने जिले में आए थे। सांसद मुकेश राजपूत ने पर्यटन मंत्री से दोनों स्थानों का विकास कराने की मांग रखी थी। पर्यटन मंत्री ने विकास कराने का दावा किया था। उनके निर्देश पर शनिवार को पर्यटन अधिकार चित्रगुप्त व आर्कीटेक्ट प्रदीप सिंह सर्वे करने पांचालघाट पहुंचे।

गंगा का जलस्तर अधिक होने के कारण उन्होंने नाव से सर्वे किया, लेकिन सर्वे पूरा नहीं हो सका। कमालगंज क्षेत्र में स्थित श्रृंगीरामपुर का भी सर्वे किया। पर्यटन अधिकारी चित्रगुप्त ने बताया कि पांचालघाट पर 200 मीटर पक्का घाट समेत अन्य कार्य कराए जाएंगे। इसमें करीब आठ से नौ करोड़ रुपये खर्च आएगा।

कमालगंज के श्रृंगीरामपुर में सत्संग हाल, मंदिर तक मार्ग, प्रवेश द्वार निर्माण में करीब पांच करोड़ का खर्च आएगा। वहीं संकिसा को पर्यटन स्थल बनाने के लिए प्रोजेक्ट तैयार हो रहा है। कंपिल को भी पर्यटन स्थल बनाने की कवायद चल रही है। पर्यटन अधिकार चित्रगुप्त ने बताया कि पांचालघाट का सर्वे अभी पूरा नहीं हो पाया है। श्रृंगीरामपुर का सर्वे कर लिया है। इसकी रिपोर्ट तैयार कर पर्यटन विभाग के मुख्यालय लखनऊ में देंगे।

न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar

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