उत्तर प्रदेश

आबकारी विभाग और पुलिस की टीम ने फर्जी लाइसेंस पर बार चलाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया

Admindelhi1
20 April 2024 6:53 AM GMT
आबकारी विभाग और पुलिस की टीम ने फर्जी लाइसेंस पर बार चलाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया
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फर्जी बार लाइसेंस हूबहू असली जैसा था

नोएडा: आबकारी विभाग और पुलिस की टीम ने सेक्टर-132 स्थित रेस्तरां में फर्जी लाइसेंस बनाकर बार संचालित कर रहे मैनेजर समेत आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों के कब्जे से फर्जी लाइसेंस, बीयर की 51 और शराब की बोतलें बरामद की. फर्जी बार लाइसेंस हूबहू असली जैसा था.

आबकारी निरीक्षक शिखा ठाकुर के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली कि सेक्टर-132 स्थित बुराश रेस्तरां में बिना एफएल 11 अकेजनल बार लाइसेंस के अवैध रूप से लोगों को शराब परोसी जा रही है. इसके बाद पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने रेस्तरां में छापेमारी की. संचालक धर्मवीर कुमार से अकेजनल लाइसेंस मांगा गया तो उसने लाइसेंस की एक प्रति दिखाई. जब टीम ने जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय से लाइसेंस की प्रति की जांच कराई तो सामने आया है कि विभाग की तरफ से ऐसा कोई लाइसेंस जारी नहीं हुआ है.

लाइसेंस पर नाम प्रणव निवासी सेक्टर-39 अंकित था. धर्मवीर ने बताया कि रेस्तरां के मैनेजर आलोक झा के कहने पर ही बार लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाता है. कई बार रकम बचाने के लिए वह लाइसेंस में छेड़छाड़ कर बगैर फीस जमा किए फर्जी लाइसेंस बनाता है. इसके बाद शराब परोस रहे व्यक्तियों को रोक कर उनके नाम पूछे गए तो उन्होंने अपने नाम सोनू निवासी बदरपुर दिल्ली दूसरे ने अपना नाम थांगलेनहाऊ चोंगलोई निवासी मणिपुर बताया.

फिर पुलिस ने रेस्तरां मैनेजर आलोक झा, धर्मवीर, सोनू और थांगलेनहाऊ को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम समेत धाराओं में केस दर्ज किया गया है. आबकारी विभाग ने शराब और बीयर के सैंपल के लिए नमूने लिए. अब तक शहर में बगैर लाइसेंस के रेस्तरां में शराब परोसे जाने के प्रकरण सामने आ रहे थे. फर्जी लाइसेंस तैयार कर बार चलाने का यह पहला मामला है.

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