उत्तर प्रदेश

छह दिन चली जांच में 250 करोड़ की फर्जी बिलिंग के प्रमाण

Admin2
9 Aug 2022 8:10 AM GMT
छह दिन चली जांच में 250 करोड़ की फर्जी बिलिंग के प्रमाण
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क : कानपुर में घनाराम समूह और उनके सहयोगियों पर आयकर छापे की कार्यवाही सोमवार को पूरी हो गई। 32 ठिकानों पर छह दिन चली जांच में 250 करोड़ की फर्जी बिलिंग के प्रमाण मिले हैं। करीब 200 करोड़ के कैश लेनदेन का खुलासा हुआ है। कुल 75 करोड़ रुपए से ज्यादा की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। समूह के चार्टर्ड एकाउंटेंट दिनेश सेठी के आवास से इलेक्ट्रानिक तिजोरी को सीज किया गया है। साथ ही चार डायरी भी बरामद की गई हैं, जिनमें 50 लोगों के नाम दर्ज हैं, जिनसे कैश लेनदेन किया गया। छापे में सभी ठिकानों से लगभग साढ़े पंद्रह करोड़ रुपए के गहने और कैश को जब्त किया गया है।पिछले हफ्ते बुधवार को आयकर विभाग के 150 से ज्यादा अफसरों ने भारी सुरक्षा बलों के साथ झांसी के बड़े रीयल इस्टेट समूह घनाराम व उनके सहयोगियों बिल्डर संजय अरोड़ा, शिवा सोनी, विजय सरावगी, मयंक गर्ग और वीरेंद्र राय के 32 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे थे। घनाराम समूह के निदेशक बिशुन सिंह, उनके भाई श्याम‌ सुंदर सिंह हैं। श्याम सुंदर सपा के पूर्व एमएलसी हैं।उनके अलावा कानपुर में कल्याणपुर स्थित नवशील धाम में राकेश यादव पर भी छापा मारा गया था। उनके परिसरों से दस संपत्तियों के दस्तावेजों और 24 से ज्यादा डील के कागजात सील किए गए हैं। संपत्तियों के कागजात जांच के लिए आयकर विभाग की बेनामी विंग में भेजे गए हैं।

लगातार छह दिन तक चली पड़ताल में कुल 450 करोड़ के फर्जी और कैश लेनदेन के सबूत पाए गए हैं। इसमें 250 करोड़ का हिस्सा फर्जी बिलिंग का है। छह साल पहले वर्ष 2016 से इस तरह की बिलिंग की जा रही थी। इस बिलिंग को लेकर संबंधित समूह किसी तरह के स्पष्टीकरण नहीं दे सका। सूत्रों के मुताबिक जमीनों, फ्लैटों की बिक्री और खरीद में बड़े पैमाने पर कैश लेन-देन किया गया।source-hindustan
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