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यूपी में पहले 38 जिले बाढ़ से प्रभावित थे अब केवल चार बचे
फैजाबाद न्यूज़: राजस्व राज्यमंत्री अनूप प्रधान बाल्मीकि ने बताया कि वर्ष 2017 के पूर्व उत्तर प्रदेश में 38 जिले बाढ़ से प्रभावित हुआ करते थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व एवं सभी के सहयोग से अब चार जनपद ही बाढ़ से प्रभावित रह गए हैं. उन्होंने यह जानकारी आयुक्त कार्यालय सभागार में मण्डलीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यशाला के आयोजन के दौरान दी. कार्यशाला में उनके साथ इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर अपर मुख्य सचिव राजस्व श्री सुधीर गर्ग, उपाध्यक्ष राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण आरपीशाही, विशिष्ट अतिथि राहत आयुक्त पीएन सिंह, मण्डलायुक्त गौरव दयाल, जिलाधिकारी नितीश कुमार सहित अन्य कई अधिकारी मौजूद रहे.
उन्होंने आपदा के जोखिम को कैसे कम से कम स्तर पर लाया जाए इसके विषय में चर्चा की गई. बताया कि भारत सरकार द्वारा 11 घटनाओं को आपदा की श्रेणी में रखा गया है, तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पहले 9 घटनाओं को आपदा श्रेणी में रखा गया था. जिसमें हाल ही में दो और घटनाओं (सर्पदंश, नील गाय) से प्रभावित को जोड़ते हुए कुल 11 को आपदा घोषित किया गया है. उन्होंने बताया राज्य में आपदा के लिए आपदा हेल्पलाइन नम्बर 1070 जारी किया गया है. लखनऊ स्थित एनेक्सी के 20 सीटर हाल में 24ग7 संचालित है, जिसमें प्रदेशवासियों द्वारा फोन काल के माध्यम से जो जानकारियां उपलब्ध करायी जाती है. लखनऊ में राज्य आपदा प्रबन्धन के लिए डेढ़ एकड़ भूमि पर एक डेडीकेटेड बिल्डिंग का शिलान्यास किया गया है. जिससे आपदा राहत कार्यक्रमों को बढ़ावा मिलेगा.
राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण आरपी शाही ने कहा कि आकाशीय बिजली से बचने का सबसे बेहतर उपाय पक्की छत के नीचे रहना है. हम सभी के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है. जानकारियों का अभाव है. उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में ऐसे 5 रडार प्रदेश में लगाये जायेंगे जिससे हम और बेहतर मौसम की सटीक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे तथा भविष्य में सरकार की योजना है.
राहत आयुक्त प्रभु नरायन सिंह ने कहा कि बरसात का मौसम को देखते हुए जहां भी बाढ़ आने की संभावना हो वहां पहले से ही नाव सहित अन्य जरूरी संसाधन तैयार कर लें. जो भी क्षेत्र बाढ़ के लिए अत्यधिक संवेदनशील हो उनकी निरन्तर मॉनीटरिंग की जाय. उन्होंने कहा कि आपदा से प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल सहायता प्रदान की जाय तथा उनकी हरसंभव मदद की जाय. कार्यशाला में परियोजना निदेशक राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण अदिति उमराव द्वारा बाढ़ प्रबन्धन तथा जिला आपदा प्रबन्धन के सशक्तीकरण के सम्बंध में प्रस्तुतीकरण प्रस्तुत किया गया. इसके अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा मौसम विज्ञान केन्द्र लखनऊ सहित अन्य आपदा प्रबन्धन से जुड़े विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा आपदा के दौरान की जाने वाली गतिविधियों आदि की जानकारी सभी से साझा की गयी.